महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद: ‘ऐसा’ नहीं हुआ तो कर्नाटक के CM बोम्मई को आषाढ़ी की महापूजा के लिए बुलाया जाएगा, पंढरपुर के नागरिक हुए आक्रामक

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    महाराष्ट्र: इन दिनों कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के विवादित बयान के बाद महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। एक तरफ जहां विपक्ष और सत्ता पक्ष इसी मुद्दे पर आरोप लगा रहा है वहीं पंढरपुर के स्थानीय लोगों ने अब कर्नाटक जाने की चेतावनी दी है। पंढरपुर कॉरिडोर का स्थानीय नागरिक विरोध कर रहे हैं। इसी पृष्ठभूमि में स्थानीय लोगों ने अब कर्नाटक जाने की चेतावनी दी है। आइए जानते है क्या है पूरी खबर… 

    ये है स्थानीय लोगों की मांग 

    ऐसे में अब फिलहाल पंढरपुर कॉरिडोर का मामला सामने आया है। जी हां इस कॉरिडोर का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। कॉरिडोर के विरोध में नागरिकों ने विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर के पश्चिमद्वार के पास सांकेतिक उपवास भी रखा है। इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, स्थानीय नागरिकों को अब सीधे कर्नाटक जाने की चेतावनी दी गई है।

    पंढरपुर के नागरिकों ने चेतावनी दी है कि अगर राज्य सरकार ने उचित नोटिस नहीं लिया तो वे अगली आषाढ़ी एकादशी महापूजा के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री को आमंत्रित करेंगे। ऐसे में अब संभावना जताई जा रही है कि विवाद और भी भड़केगा, अब देखना यह होगा कि आखिर यह सीमा विवाद कब खत्म होगा। 

    जानें बोम्मई ने क्या कहा?

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सांगली जिले के जाट तालुका के कुछ गांवों पर दावा किया है। यह मुख्य विवाद पानी के मुद्दे से शुरू हुआ था। इस पर बोलते हुए बोम्मई ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार को सांगली जिले के जाट तालुका गांवों के मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। अब इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है।