Sharad Pawar will not attend the meeting of the opposition; Suddenly canceled Bengaluru tour
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मुंबई: अजित पवार (Ajit Pawar) के एनडीए में शामिल होने के बाद रविवार (2 जुलाई) को महाराष्ट्र की राजनीति में नया सियासी भूचाल आ गया है। अब इसे लेकर एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) का बड़ा बयान सामने आया है। अपने भतीजे की बगावत पर एनसीपी प्रमुख ने कहा कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने एनसीपी के बारे कहा था कि राष्ट्रवादी कांग्रेस खत्म हो चुकी पार्टी है।  उन्होंने सिंचाई की शिकायत और भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र किया। मुझे खुशी है कि मेरे कुछ साथियों ने आज शपथ ली है।  उनका सरकार (महाराष्ट्र) में शामिल होने से यह स्पष्ट है कि वे सभी आरोप मुक्त हो गए हैं। मैं उनका आभारी हूं। 

मेरे कुछ सहयोगियों ने अलग रुख अपनाया 

एनसीपी प्रमुख शरद पवार का ने कहा, “मेरे कुछ सहयोगियों ने अलग रुख अपनाया है। मैंने 6 जुलाई को सभी नेताओं की एक बैठक बुलाई थी जहां कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी थी और पार्टी के भीतर कुछ बदलाव किए जाने थे लेकिन उससे पहले बैठक में कुछ नेताओं ने अलग रुख अपनाया है।”

 यह कोई नई बात नहीं

अजित पवार के महाराष्ट्र में एनडीए सरकार में शामिल होने पर एनसीपी प्रमुख ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। 1980 में मैं जिस पार्टी का नेतृत्व कर रहा था, उसके 58 विधायक थे, बाद में सभी चले गए और केवल 6 विधायक बचे, लेकिन मैंने संख्या को मजबूत किया और जिन्होंने मुझे छोड़ा वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में हार गए। 

मैं कल एक सार्वजनिक बैठक करूंगा

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, ‘मुझे बहुत से लोगों से फोन आ रहे हैं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अन्य लोगों ने मुझे फोन किया है। आज जो कुछ भी हुआ मुझे उसकी चिंता नहीं है। कल, मैं वाईबी चव्हाण (महाराष्ट्र के पूर्व सीएम) का आशीर्वाद लूंगा और एक सार्वजनिक बैठक करूंगा।’

हमारी मुख्य ताकत आम लोग हैं

पवार ने कहा विपक्ष के नेता के बारे में फैसला करना स्पीकर का अधिकार है।  अगले दो-तीन दिनों में हम स्थिति का आकलन करने के लिए कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के साथ बैठेंगे। हमारी मुख्य ताकत आम लोग हैं, उन्होंने हमें चुना है। 

हम पार्टी को फिर से मजबूत करने के लिए काम करेंगे

शरद पवार ने कहा कि हम पार्टी को फिर से मजबूत करने के लिए काम करेंगे। बागी नेताओं के खिलाफ किसी भी कार्रवाई पर फैसला लेने के लिए विधायक और सभी वरिष्ठ नेता एक साथ बैठेंगे। अध्यक्ष होने के नाते मैंने प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को नियुक्त किया था लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं किया। इसलिए, मुझे उनके खिलाफ कुछ कार्रवाई करनी होगी। 

 ये ‘गुगली’ नहीं, लूट है

अजित पवार के महाराष्ट्र में एनडीए सरकार में शामिल होने पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार का कहना है कि यह छोटी बात नहीं है। ये ‘गुगली’ नहीं, लूट है।  

ये मसला मेरे घर का नहीं है, ये लोगों का मसला

शरद पवार ने कहा कि मैं ये कभी नहीं कहूंगा कि मेरा घर बंट गया है, ये मसला मेरे घर का नहीं है, ये लोगों का मसला है।  मुझे उन लोगों के भविष्य की चिंता है जो चले गए। मैं इसका श्रेय पीएम मोदी को देना चाहता हूं।  दो दिन पहले उन्होंने बयान दिया था और उस बयान के बाद कुछ लोग असहज महसूस करने लगे थे, उनमें से कुछ को ईडी की कार्रवाई का सामना भी करना पड़ रहा था।

अजित पवार समेत आठ नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ

उल्लेखनीय है कि अजित पवार समेत एनसीपी के कई विधायकों ने बगावत कर एनडीए गठबंधन का हाथ थाम लिया। वहीं, आज अजित पर समेत 8  अन्य विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली। राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल रमेश बैस ने अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। वहीं उनके साथ राकांपा के आठ अन्य नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव अत्राम, अनिल पाटिल और संजय बनसोडे शामिल हैं।

राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी रहे मौजूद

राजभवन में मौजूद महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि अजित पवार ने निचले सदन में विपक्ष के नेता (एलओपी) के पद से इस्तीफा दे दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। राजभवन में विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल और राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे।