Ajit Pawar And Chandrasekhar Bawankule

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पुणे: भाजपा (BJP) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) ने सोमवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी ने राकांपा नेता अजित पवार (Ajit Pawar) से कभी संपर्क नहीं किया और कुछ काल्पनिक खबरें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि असल में अजित पवार को महा विकास आघाड़ी (MVA) द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। एमवीए में शिवसेना (UBT), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस (Congress) शामिल हैं।

पुणे में भाजपा के मतदान केंद्र प्रभारियों के एक सम्मेलन से इतर बावनकुले ने पत्रकारों के साथ बातचीत में दावा किया कि शरद पवार का राकांपा प्रमुख के पद से इस्तीफा देने का फैसला और बाद में ‘‘यू-टर्न” लेना एक “नौटंकी” के अलावा कुछ नहीं था। उन्होंने कहा कि इस्तीफे का पूरा प्रकरण ‘‘पटकथाबद्ध” था। उन्होंने कहा, “न तो मैं और न ही अजित पवार पिछले चार महीने से एक-दूसरे के संपर्क में हैं। वास्तव में, जूनियर पवार को एमवीए द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। हमने (भाजपा) अजित दादा से कभी संपर्क नहीं किया और काल्पनिक खबरें फैलाई जा रही हैं।”

अजित पवार के भविष्य के राजनीतिक कदमों के बारे में तीव्र अटकलें पिछले महीने तब शुरू हुईं जब शरद पवार ने कथित तौर पर शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से कहा कि राकांपा कभी भी भाजपा के साथ नहीं जाएगी, भले ही कोई व्यक्ति ऐसा करने का व्यक्तिगत निर्णय लेता हो। वहीं, अजित पवार ने अपनी ओर से इस तरह की अटकलों को खारिज किया था और कहा था कि जब तक वह जीवित रहेंगे राकांपा में बने रहेंगे। शरद पवार के राकांपा अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा करने और बाद में फैसले को वापस लेने के बारे में पूछे जाने पर, बावनकुले ने कहा कि तीन दिनों में राकांपा में जो कुछ भी हुआ वह एक पटकथा थी और हर कोई इसके बारे में जानता था।

भाजपा नेता ने सवाल किया, “मेरा दृढ़ विश्वास है, हालांकि कुछ लोग भिन्न हो सकते हैं। लेकिन प्रासंगिक सवाल यह है कि (शरद) पवार जैसा बड़ा नेता जो रयात शिक्षण संस्था सहित कई सहकारी निकायों के अध्यक्ष, उनके संविधानों में बदलाव करके बने, किसी को भी अपने द्वारा स्थापित पार्टी का अध्यक्ष बनने की अनुमति कैसे दे सकते हैं?” बावनकुले ने कहा कि वह राकांपा में हाल में हुए “खेल” के बारे में जानते हैं।

उन्होंने कहा, “यह घटनाक्रम कुछ और नहीं, बल्कि एक ‘वाग्नाट्य’ (लोक नाटक) था। मुझे पता था कि वे तीन दिन के लिए नौटंकी करना चाहते हैं, जो उन्होंने किया।” यह पूछे जाने पर कि क्या राकांपा कम से कम 40 उम्मीदवार खड़े कर कर्नाटक चुनाव में भाजपा की “बी टीम” के रूप में खेल रही है, बावनकुले ने कहा कि ऐसी धारणा सच नहीं है। उन्होंने कहा, “भाजपा को राकांपा की मदद की जरूरत नहीं है। भाजपा कर्नाटक में जमीनी स्तर पर मौजूद है। जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी जी वहां के लोगों तक पहुंच बना रहे हैं, हम 105 से अधिक सीट जीतने और (फिर से) सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं।”  (एजेंसी)