Ajit Pawar
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    मुंबई: महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में सियासी बयानबाजी खूब हो रही है। इसी कड़ी में अब महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार (Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar) ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के मनसे चीफ राज ठाकरे (MNS Chief Raj Thackeray) के आह्वान पर हमला बोला है। पवार ने कहा कि सरकार के साथ किसी को भी चेतावनी भरे लहजे में बात नहीं करना चाहिए। 

    अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में सभी धार्मिक स्थलों पर ध्वनि प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू होता है और राज्य सरकार कानून और संविधान के अनुरूप चलती है। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

    राज ठाकरे ने औरंगाबाद में सरकार को दिया था अल्टीमेटम। 

    राज के इस ऐलान के बाद से ही सरकार पूरी तरह से हमलावर है। इसी के तहत संजय राउत के बाद अब अजित पवार ने मनसे चीफ का नाम लिए बगैर कहा कि सरकार के साथ किसी को चेतावनी भरे लहजे में नहीं बात करना चाहिए। यह कोई तानाशाही नहीं है। अगर आप अपने घर के अंदर, अपने परिवार के सदस्यों को अल्टीमेटम देना चाहते हैं, तो दें..उससे हमारा कोई वास्ता नहीं है।

    डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर कोई सार्वजिनक तौर पर ऐसी कोई टिप्पणी करेगा तो याद रखें कि सरकार और देश कानून तथा संविधान के अनुरूप चलता है और  कानून सभी के लिए एक समान है। पवार ने आगे कहा कि लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना आसान है लेकिन जहां तक सुप्रीम कोर्ट का आदेश लागू करने की बात है, तो सभी धार्मिक स्थलों को इसे मानना पड़ेगा। 

    पवार बोले-भावनात्मक अपील का शिकार न हों। 

    एनसीपी नेता ने जनता से अपील करते हुए कहा कि भावनात्मक अपील का शिकार न हों और लोग सूबे में उचित कानून व्यवस्था तथा सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखें। वे बोले कि अगर लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने के लिए इजाजत नहीं ली गई, तो कड़ी कार्रवाई होगी। किसी को भी नहीं छोड़ेंगे। सब कुछ कानून के हिसाब से किया जाएगा। कोई भी कानून अपने हाथ में ना ले।