sanjay raut
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नई दिल्ली/मुंबई. जहां एक तरफ आबकारी नीति मामले (Excise policy case) में मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की मुश्किलें अब और भी बढ़ती दिख रही है। वहीं केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने इस मामले में बीते शुक्रवार को केजरीवाल को तलब किया है। CBI की टीम केजरीवाल से बीते रविवार यानी आगामी 16 अप्रैल को सुबह 11 बजे पूछताछ करेगी।

वहीं अब मामले को लेकर एक बार फिर महाराष्ट्र के उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने BJP और मोदी सरकार पर तंज कसा है। आज राउत ने कहा कि,  जब वे विजय माल्या को वापस लाने में असमर्थ हैं तो वे काला धन कैसे लाएंगे? यह मोदी सरकार की विफलता है, वे केवल बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलता। यहां अरविंद केजरीवाल को अब CBI का नोटिस मिला। लगता है BJP अब ED और CBI का इस्तेमाल कर NCP को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।।। क्या यह सरकार है? BJP अब एक गैंग चला रही है।

पता हो इसके पहले भी बीते शुक्रवार को UP के झासी में हुए असद एनकाउंटर पर सवाल उठाए थे। उनका कहना था कि, सबसे ज्यादा एनकाउंटर मुंबई में हुए हैं। उस समय हमारे यहां उन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की उपाधि दी गई, लेकिन लगभग सभी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट जेल गए…मुंबई में कुछ लोग ऐसे एनकाउंटर के खिलाफ सबूत लेकर न्यायालय गए और फिर जांच के बाद बहुत से एनकाउंटर स्पेशलिस्ट को जेल भी हुई है।

वहीं मामले पर UP के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार करते हुए कहा था कि, “उत्तर प्रदेश पुलिस ऐसी कोई कार्रवाई नहीं कर सकती जिसे फर्ज़ी कार्रवाई कहा जाए। पुलिस किसी अपराधी को पकड़ने जाएगी और अपराधी पुलिस पर गोली चलाएगा तो पुलिस अपने बचाव में जरूर कार्रवाई करेगी। यह फोर्स का मनोबल गिराने की कोशिश है। मैं इस तरह के बयान को नकारता हूं।”

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने STF एनकाउंटर के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। दरअसल, बीते दिन एसटीएफ ने अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम का एनकाउंटर किया, जिसके बाद विपक्ष की ओर से एनकाउंटर को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं।