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    महाराष्ट्र: आज भी हमारे देश में बहुत तादाद में ऐसे लोग है, जो अंग्रेजी विषय से डरते है, इसकी वजह यह है कि उन्हें अंग्रेजी न आना। किसी विषय का ज्ञान न होना यह हम समझ सकते है, लेकिन अज्ञानता से उस विषय से भागना यह बेहद चौंकाने वाला है। ऐसा ही महाराष्ट्र में हुआ है। जैसा कि  हम सब जानते है महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन यानी12वीं की लिखित परीक्षा शुरू हो गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि पहले दिन ही अमरावती डिवीजन के 3964 छात्रों ने अंग्रेजी के पेपर ही नहीं दिया। जी हां इसमें अमरावती, अकोला, वाशिम, बुलढाणा और यवतमाल जिले के छात्र शामिल हैं। अंग्रेजी पेपर से इस तरह छात्रों का भागना हैरान कर देने वाला है। 

    सिर्फ इतने छात्रों ने दिया पेपर 

    आपको बता दें कि इन पांचों जिलों में विभाग के 523 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा चल रही है और विभाग के 1 लाख 41 हजार 374 छात्रों ने अंग्रेजी विषय के पेपर के लिए पंजीकरण कराया था। इनमें से सिर्फ 1 लाख 37 हजार 410 विद्यार्थियों ने पेपर दिया, जबकि 3964 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। लिहाजा पांचों जिलों के 3964 छात्रों ने अंग्रेजी विषय  के डर के चलते अंग्रेजी विषय के पेपर से मुंह मोड़ लिया है। बता दें कि विभाग में 97.19% छात्र पेपर के लिए उपस्थित हुए। 

    12वीं के पहले ही पेपर में ही गड़बड़ी 

    21 फरवरी को 12वीं कक्षा के अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र में 6 अंकों के पूछे जाने वाले प्रश्नों के बजाय केवल उत्तर छपे होते हैं। हर साल मिलने वाली इन त्रुटियों के कारण यह चर्चा होने लगी है कि अंग्रेजी विषय के पेपर में भ्रम की स्थिति बन गई है। फरवरी 2023 इस साल बोर्ड की परीक्षाएं 21 फरवरी से शुरू हुई थी और पहला पेपर अंग्रेजी भाषा में था। अंग्रेजी विषय का 80 अंकों का पेपर होता है। 

    सवालों की जगह उत्तर 

    प्रश्न संख्या 3 में कविता पर आधारित प्रश्न 14 अंकों के पूछे गए हैं। आज के प्रश्न पत्र में तीन अभ्यासों ए-3, ए-4, ए-5 में प्रश्नों के स्थान पर उत्तर छपे थे। इसलिए छात्र असमंजस में थे। कुछ छात्र भ्रमित थे और उन्होंने प्रश्नों के उत्तर नहीं लिखे। सूत्रों के अनुसार बोर्ड द्वारा तैयार किए गए ‘मॉडल आंसर’ के ए-3, ए-4, ए-5 के उत्तर मूल पेपर में निर्देशों के साथ प्रिंट किए गए हैं।