Eknath Shinde
एकनाथ शिंदे (फाइल फोटो)

Loading

नवभारत न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई: सीटों के बंटवारे को लेकर सत्ताधारी दलों के अलावा विपक्षी दलों में घमासान जारी है। महायुति में शामिल बीजेपी ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट की सीटों पर मेकओवर करना शुरू कर दिया है। इस वजह से गठबंधन के अन्दर कलह बढ़ गया है। डिप्टी सीएम अजित पवार ने हाल ही में दावा किया था कि महायुति के अंदर 99 प्रतिशत सीटों का बंटवारा हो चुका है।  उन्होंने 28 मार्च ( गुरुवार ) को एक प्रेस कांफ्रेंस में सभी प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में इसका औपचारिक ऐलान किए जाने की बात कही थी, लेकिन आपसी विवाद के चलते  प्रत्याशियों की घोषणा को  टाल दिया गया है। 
शिंदे के पुत्र की उम्मीदवारी पर संकट
सूत्रों के मुताबिक़ बीजेपी ने कल्याण सीट पर भी दावा ठोक दिया है। वर्तमान में सीएम शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे कल्याण से सांसद हैं। हाल के महीनों में बीजेपी नेताओं ने इस सीट पर दावेदारी पेश की है। संजय केलकर के अलावा कैबिनेट मंत्री रविंद्र चव्हाण ने भी ऐसे बयान दिए थे। जिससे नाराज़ होकर श्रीकांत शिंदे ने चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी, लेकिन बाद में डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने उन्हें मना लिया था, लेकिन एक बार फिर इस सीट पर दावेदारी शुरू हो गई है। जबकि शिंदे गुट किसी भी कीमत पर इस सीट का समझौता करने के लिए तैयार नहीं है। 

वाशिम- यवतमाल पर विवाद
शिंदे गुट के वाशिम- यवतमाल लोकसभा सीट पर भी बीजेपी की टेढ़ी नज़र है। महायुति में बड़े भाई बीजेपी ने इस सीट से मौजूदा सांसद भावना गवली को दोबारा टिकट नहीं देने का निर्देश दिया है। साथ ही यहां से अपनी पसंद के उम्मीदवार कैबिनेट मंत्री संजय राठोड को खड़ा करने के लिए शिंदे गुट पर दबाव बना रही है। जिसे मानने के लिए सीएम तैयार नहीं हैं। 

नवनीत ने जोड़े हाथ, अडसुल व कडू से मांगा समर्थन
बीजेपी ने अमरावती लोकसभा सीट से नवनीत राणा की उम्मीदवारी का ऐलान किया है। जिसके बाद शिवसेना शिंदे गुट के नेता आनंदराव अडसुल और प्रहार के बच्चू कडू ने कड़ा विरोध जताया है। कडू ने तल्ख लहजे में कहा कि वह नवनीत राणा के खिलाफ प्रचार करेंगे। हालांकि नवनीत ने हाथ जोड़ कर अडसुल व कडू से समर्थन की अपील की है। उन्होंने कहा कि अमरावती में आज तक कभी कमल नहीं खिला। यहां के लोगों की इच्छा है कि इस बार यहां कमल खिले। मैं सभी सत्ताधारी दल के नेताओं से अपील करती हूं कि इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 400 पार के सपने को पूरा करने में हमारा सहयोग करें। 

नवनीत हारने वाली हैं
आनंदराव अडसुल, शिंदे गुट के नेता) ने ऐलान किया है कि अमरावती लोकसभा सीट से नवनीत राणा हारने वाली हैं। क्योंकि उनके खिलाफ एक मामला लंबित है। वहीं लोगों के मन में भी उनके खिलाफ बहुत गुस्सा है। नवनीत को यहां से महायुति ने नहीं बल्कि बीजेपी ने टिकट दिया है। 

सर्वे के नाम पर डराने की कोशिश
शिंदे गुट के एक नेता ने कहा है कि बीजेपी सर्वे के नाम पर हमें डराने की कोशिश कर रही है। जबकि वास्तविकता ऐसी नहीं है। लोगों के बीच हमारा भी जनाधार है। ऐसे में हमारे सीटों पर बीजेपी का दावा सही नहीं है। 

सभी 13 सांसदों को मिले टिकट: शिंदे गुट
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का कहना है कि शिवसेना में फूट के बाद 13 सांसदों ने हमारा साथ दिया है। ऐसे में इन सभी सांसदों को फिर से लोकसभा का टिकट मिलना चाहिए। हालांकि बीजेपी इसके लिए राजी नहीं है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी, शिंदे गुट के आधे दर्जन सांसदों को फिर से टिकट देने के पक्ष में नहीं है। इस वजह से शिंदे धर्मसंकट में फंस गए हैं। कई सांसदों का कहना है कि वे उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ कर सीएम शिंदे के साथ आए थे, लेकिन अब उनके साथ इस तरह का सलूक किया जा रहा है। शिंदे गुट के सांसदों ने अपनी नाराजगी से मुख्यमंत्री को अवगत करा दिया है। सांसद खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। 

इन सीटों पर शिंदे गुट का दावा
ठाणे, कल्याण, पालघर, शिरडी, मावल, दक्षिण मध्य मुंबई, उत्तर पश्चिम मुंबई, छत्रपति संभाजीनगर, हातकणंगले, कोल्हापुर, हिंगोली, बुलढाणा और यवतमाल-वाशिम 

राकां को  5 सीट मिलने की संभावना
अजित पवार की राकां को रायगढ़, बारामती, शिरूर, नासिक और धाराशिव सीटें मिलेंगी, जबकि आरएसपी के महादेव जानकर परभणी सीट मिल सकती है। 

बीजेपी 28 सीटों पर कर सकती है समझौता 
सहयोगी दलों के विरोध को देखते हुए बीजेपी 28 सीटों पर समझौता कर सकती है। पार्टी ने अभी तक अपने 23 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। जबकि मुंबई उत्तर मध्य, दक्षिण मुंबई, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग और सातारा के लिए उम्मीदवारों का फैसला होना बाकी है।