आरक्षण की मांग को लेकर आक्रामक हुआ मराठा समुदाय, नेताओं को रोका, तोड़ी कई गाड़ियां

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महाराष्ट्र: मराठा समुदाय (Maratha community ) को आरक्षण (Maratha Reservation) देने के फैसले में सरकार देरी कर रही है, इसी के चलते मराठा समुदाय आक्रमक हो उठा है। इसके कई मामले पुरे महाराष्ट्र से सामने आ रहे है। जी हां कंधार तालुका के लगभग 30 गांवों में पूरे मराठा समुदाय की ओर से ग्राम नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसी बीच गुरुवार रात 11 बजे सांसद प्रतापराव चिखलीकर अंबुलगा आये थे, इस दौरान गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने उनके काफिले में शामिल गाड़ियों में तोड़फोड़ की। महाराष्ट्र भर में मराठा समुदाय इस तरह आक्रमक (Maratha community aggressive) हो रही है इसके कई मामले सामने आ रहे है… 

युवाओं ने फोड़ी गाड़ियां 

ज्ञात हो कि सांसद प्रताप पाटिल चिखलीकर (MP Pratap Patil Chikhlikar) कंधार के दौरे पर थे। बाद में वह दौरे और कुछ कार्यक्रमों के लिए उमरगा, मुखेड़, बोरी गए। फिर वे जिल्हा परिषद सदस्य मनोहर तेलंग के घर गये। यहां युवक आक्रामक हो गए और उनके काफिले में शामिल शिवराज होटाळकर और कृष्णा पापिनवार की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। दिल दहला देने वाली यह है कि उस वक्त दोनों गाड़ियों के ड्राइवर अंदर थे। सांसद चिखलीकर की गाड़ी बोरी में थी। सौभाग्य से, किसी को चोट नहीं आई। इस तोड़फोड़ में तीन गाड़ियों को भारी नुकसान पहुंचा है। 

गठित समिति को दिखाए काले झंडे

इतना ही नहीं बल्कि इसके अलावा मराठा समुदाय (Maratha Community) को कुनबी प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से गठित की गई समिति को काले झंडे दिखाए गए। दरअसल इस शुक्रवार को संदीप शिंदे की अध्यक्षता वाली समिति धाराशिव आई। जब समिति काम खत्म करके वापस जा रही थी तो मराठा युवकों ने ‘शिंदे समिति वापस जाओ’ (Shinde committee go back) के नारे लगाते हुए काले झंडे दिखाए।

हसन मुश्रीफ को रोका 

मराठा समुदाय के गुस्से से पालक मंत्री हसन मुश्रीफ (Hasan Mushrif) भी बच नहीं पाए। जी हां हसन मुश्रीफ को सकल मराठा समाज (Maratha Community) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार सुबह कोल्हापुर रेलवे स्टेशन (Kolhapur Railway Station) पर रोक लिया। प्रदर्शनकारियों ने उनसे कहा कि कब तक हमें कोई आरक्षण नहीं है, तब तक कोल्हापुर में प्रवेश नहीं है। इस तरह हसन मुश्रीफ को भी  मराठा समुदाय के युवाओं के गुस्से का सामना करना पड़ा। 

शिंदे समिति के लिए बढ़ाई समय सीमा 

जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि मराठवाड़ा में मराठा समुदाय (Maratha Community) को कुनबी जाति प्रमाण पत्र (kunbi caste certificate) जारी करने की प्रक्रिया निर्धारित करने के लिए गठित पूर्व न्यायाधीश संदीप शिंदे की समिति की समय सीमा 24 दिसंबर, 2023 तक बढ़ा दी गई है। इस संबंध में सरकार का फैसला सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार को लिया। ऐसे में अब यह देखने लायक होगा कि आखिर  24 दिसंबर, 2023 तक समिति  मराठा समुदाय को आरक्षण दे पाती है या नहीं।