MVA Meeting

Meeting of constituents and regarding in

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मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने बुधवार को महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (MVA) के घटक दलों के बीच राज्य की 48 लोकसभा सीट में से किसी पर भी विवाद होने से इनकार किया। इस बीच, आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन एमवीए के घटक दलों- कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने सीट बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से प्रकाश आंबेडकर नीत वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के साथ बुधवार को मुंबई में चर्चा की।

राउत ने बैठक में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि सीट-बंटवारे के फॉर्मूले का विवरण एमवीए सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से घोषित किया जाएगा। लेकिन, उन्होंने इस संबंध में कोई समयसीमा बताने से इनकार कर दिया। एमवीए के घटक दलों – कांग्रेस, उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बनाने के लिए कई दिनों से गहन बातचीत चल रही है।

राउत ने कहा, ‘‘ एमवीए घटक दलों के बीच 48 में से एक भी सीट पर कोई विवाद नहीं है। प्रकाश आंबेडकर से भी हमारी बहुत सकारात्मक चर्चा हुई है। वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तानाशाही शासन को हटाने के हमारे रुख से भी संतुष्ट हैं।” उन्होंने बैठक में चर्चा के विवरण के बारे में पूछे जाने पर कहा कि आंबेडकर ने हमें एक प्रस्ताव दिया था जिस पर सकारात्मक चर्चा हुई। राउत ने कहा कि बैठक में अन्य लोगों के अलावा शरद पवार, उद्धव ठाकरे, जितेंद्र आव्हाड (राकांपा-शरदचंद्र पवार) और आंबेडकर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि सहयोगी दलों के बीच कोई मतभेद नहीं है।

शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने कहा, ‘‘सीट-बंटवारे के फॉर्मूले का विवरण सभी एमवीए सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से घोषित किया जाएगा। इस बारे में कोई भी अलग से कोई घोषणा नहीं करेगा। ” इससे पहले, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन एमवीए के सीट बंटवारे के फॉर्मूले को बुधवार को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है। यद्यपि राउत ने एकजुटता दिखाने की कोशिश की लेकिन आंबेडकर ने पहले ही सांगली और वर्धा क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जहां आम तौर पर कांग्रेस चुनाव लड़ती है। शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस दोनों पश्चिमी महाराष्ट्र में कोल्हापुर क्षेत्र से चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं।

मुंबई दक्षिण मध्य निर्वाचन क्षेत्र भी उद्धव ठाकरे की पार्टी और कांग्रेस के बीच एक विवाद के रूप में उभर रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, एमवीए के तीनों सहयोगी मतों के विभाजन की किसी भी संभावना से बचने के लिए आंबेडकर को अपने पक्ष में रखना चाहते हैं। शहर के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) इलाके के एक निजी होटल में आयोजित यह बैठक लगभग तीन घंटे तक चली। बैठक में क्या बातचीत हुई इसका हालांकि तत्काल पता नहीं चल सका है।

महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीट हैं जो उत्तर प्रदेश की 80 सीट के बाद सबसे ज्यादा लोकसभा सदस्य चुनने वाला राज्य है। एमवीए की बैठक से पहले यहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने आंबेडकर से अलग से मुलाकात की। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में अविभाजित शिवसेना ने 18 सीट जीती थीं और वह इस बार इतनी ही सीट पर चुनाव लड़ने पर अड़ी हुई है।  संजय राउत ने पहले ही संकेत दिया है कि उनकी पार्टी कुछ सीट के आदान-प्रदान की इच्छा रखती है, लेकिन पार्टी द्वारा निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या पर समझौता करने की संभावना नहीं है।