
मुंबई. दिल से संबंधित बीमारियां एक गंभीर समस्या हैं, जिन्हें समय पर और निरंतर देखभाल की आवश्यकता होती है। भारत में हृदय रोगों के कारण होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके लिए खराब जीवनशैली के अलावा मोटापा, तनाव और जंक फूड की आदत सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। मुंबई में पिछले साल 2022 में हर चौथी मौत दिल की बिमारी के कारण हुई। यह चौंकाने वाला खुलासा मुंबई (बृहन्मुंबई नगर निगम) के स्वास्थ्य विभाग ने किया है।
मुंबई में 94,500 मौतें
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक BMC ने यह जानकारी शुक्रवार को विश्व हृदय दिवस के अवसर पर जारी की थी। BMC के जन्म और मृत्यु पंजीकरण डेटा के अनुसार 2022 में मुंबई महानगरीय क्षेत्र में दर्ज की गई 25% मौतें हृदय रोग और उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के कारण हुई थीं। मुंबई शहर में 2022 में 94,500 मौतें दर्ज की गई थीं।
मुंबई में हार्ट अटैक से हर दिन 26 मौतें
दिल से संबंधित समस्याएं आमतौर पर शहर में होने वाली मौतों का प्रमुख कारण हैं। BMC के आंकड़ों के मुताबिक 2022 में हर घंटे लगभग तीन मुंबईकरों की दिल से संबंधी समस्याओं के कारण मौत हो गई। शहर के एक अधिकारी ने कहा कि 2022 में शहर में लगभग 23,000 दिल से संबंधी मौतों में से लगभग 17,000 इस्केमिक हृदय रोग या दिल के दौरे के कारण थीं। शहर के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार मुंबई में 2022 में प्रति दिन 26 दिल का दौरा पड़ने से मौतें हुईं, जो 2020 से 68 प्रतिशत की वृद्धि है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 25 मुंबई निवासियों की विभिन्न घातक समस्याओं के परिणामस्वरूप मृत्यु हो गई।
10 में से 9 लोग जरूरत से कम फल और सब्जियां खाते हैं
BMC के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दक्ष शाह ने मुंबई के लोगों से स्वस्थ आदतें अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि 2021 में 18 से 69 वर्ष की आयु के निवासियों के बीच किए गए STEP सर्वेक्षण से पता चला कि 34 प्रतिशत को हाई ब्लड प्रेशर और 19 प्रतिशत को मधुमेह था। मुंबई के दस में से नौ लोग जरूरत से कम फल और सब्जियां खाते हैं।
BMC ने हृदय रोगों का पता लगाने के लिए उठाए कदम
हृदय रोगों का शीघ्र पता लगाने और उपचार के लिए BMC ने अगस्त 2022 में अपने विभिन्न अस्पतालों में स्क्रीनिंग केंद्र शुरू किए और अब तक 30 वर्ष से अधिक आयु के 2.5 लाख लोगों का रक्तचाप और मधुमेह का परीक्षण किया है। हाई ब्लड प्रेशर के लिए BMC के घर-घर स्क्रीनिंग कार्यक्रम में अब तक 10 लाख से अधिक लोग शामिल हो चुके हैं। जबकि घरेलू सर्वेक्षणों में 68,000 लोगों को हाई ब्लड प्रेशर होने का संदेह था, जिसमें से केवल 9,600 पीड़ित पाए गए।
नमक मुख्य कारण
नागरिक स्वास्थ्य डेटा के अनुसार, अत्यधिक नमक का सेवन उच्च स्तर के हाई ब्लड प्रेशर और परिणामी हृदय रोग के कारणों में से एक हो सकता है।राष्ट्रीय औसत 8 ग्राम की तुलना में मुंबईकर प्रतिदिन औसतन 8.6 ग्राम नमक खाते हैं। WHO प्रत्येक दिन 5 ग्राम से अधिक नमक का सेवन नहीं करने की सलाह देता है।