self immolation

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नवभारत न्यूज नेटवर्क
मुंबई:
मुंबई में अनाचार और अव्यवस्था चरम पर है, महिलाओं पर लगातार अत्याचार बढ़ रहे हैं, अस्पतालों में मरीजों के इलाज में लापरवाही बरती जा रही है, नशे के कारोबार बढ़ते जा रहे हैं। इसके खिलाफ संबंधित विभाग में शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती। इससे आहत 7 महिलाओं ने आत्मदाह करने की शपथ ली है।

उपरोक्त जानकारी सिटीजन संस्था की अध्यक्ष मीनाक्षी बोरडे ने मुंबई मराठी पत्रकार संघ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी, उन्होंने बताया कि कैंसर फैलाने वाले गुटका का जोरों से प्रचार किया जाता है। इससे नाबालिग बच्चे भी खाने लगे हैं, जगह-जगह गेस्ट हाउस खुलने लगे हैं। जिनमे स्कूल और कालेज के बच्चे भी जाने लगे हैं। अवैध निर्माणों की भरमार हो रही है।

उन्होंने बताया की अस्पतालों में मरीज का इलाज करना धंधा हो गया है, पहले रुपए जमा करने की बात होती है, सड़कों पर जगह जगह बड़े बड़े गड्ढे हैं जो की भष्टाचार का सूचक हैं, लोग इससे दुर्घटना का शिकार होते हैं और उनकी जान चली जाती है, मगर ठेकेदारों पर कार्यवाई नहीं होती।

संस्था के संस्थापक सैय्यद मासूम अली ने बताया की उपरोक्त सभी मामलों की शिकायतें लिखित में सभी विभागों में की गई, लेकिन उनके जवाब नहीं आते और कार्रवाई भी नहीं की जाती, इसलिए 7 महिलाओं ने सामूहिक आत्मदाह करने की शपथ ली है। उन्होंने सवाल के जवाब में बताया कि महिलाओं के नाम अभी गुप्त रखे गए हैं तथा आत्मदाह की जगह और तारीख जल्द घोषित की जाएगी।