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नई दिल्ली/मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) से मिल रही बड़ी खबर के अनुसार, शरद पवार (Sharad Pawar) के भतीजे और NCP के कद्दावर नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता का पद छोड़ने की अपनी इच्छा जता दी है। जी हां, बीते बुधवार को अजित ने पार्टी नेतृत्व से अपील की थी कि, उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी से अब मुक्त कर दिया जाए और पार्टी संगठन में कोई नई भूमिका सौंपी जाए।

सुप्रिया ने कही ये बड़ी बात 

वहीं इस मुद्दे पर उनकी बहन और पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि, वे भी चाहती हैं कि, अजित दादा की हर इच्छा पूरी हो। हालांकि वहीं उनके दादा को संगठन में मौका देना है या नहीं यह संगठनात्मक निर्णय है। लेकिन सुप्रिया सुले को यह जानकार बड़ी ख़ुशी हुई की अजित संगठन के लिए काम करना चाहते हैं। इससे NCP कार्यकर्ता भी उत्साहित हैं।

अजित पवार ने बताई असल वजह 

खुद अजित पवार ने महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता पद छोड़ने की असल वजह भी बताई। पवार ने स्पष्ट कहा कि, “मुझे कुछ ख़ास लोगों ने बताया है कि विपक्ष के नेता के तौर पर जिस तरह का मेरा व्यवहार होना चाहिए, वैसा मैं नहीं करता। मैं सरकार के खिलाफ नहीं बोलता। ऐसा नहीं है। लेकिन फिर भी लोगों को ऐसा लगता है तो मैं यह पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। वैसे भी मुझे विपक्ष के नेता के तौर पर काम करने में पहले भी कोई दिलचस्पी नहीं थी। पार्टी विधायकों की मांग पर ही मैंने यह पद स्वीकार किया था। ऐसे में मैं पार्टी हाईकमान से अपील करता हूं कि वो मुझे इस पद से मुक्त करे और पार्टी संगठन में काम करने का मौका दे। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं संगठन में अपना काम पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ करूंगा।

क्या चाचा से नाराज चल रहे हैं अजित 

जानकारी दें कि, बीते 10 जून को ही NCP चीफ शरद पवार ने अपनी बेटी और सांसद सुप्रिया सुले और पार्टी महासचिव प्रफुल्ल पटेल को NCP का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था। तभी से अजित पवार की नाराजगी की खबरें चल रही थीं। हालांकि, खुद अजित ने इससे इससे इनकार किया था। हालांकि तब शरद पवार ने भी कहा था कि, अजित पहले से ही NCP के विपक्ष के नेता के तौर पर बड़ी और जरुरी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वे इस समय राज्य देखेंगे। ऐसे में अब अजित पवार की इस नयी मांग और प्रस्ताव से NCP में अलग माहौल का निर्माण हो चूका है।