मुंबई. मुंबई (Mumbai) के समुंदर में एक बड़ी घटना होते-होते टल गई। दरअसल, मलाड वेस्ट (Malad West) के अक्सा बीच (Aksa Beach) पर 19 लोगों को डूबने से बचाया गया। यह घटना रविवार (18 जून) शाम की है। सभी बचाए गए लोग मुंबई के ही रहने वाले हैं और सुरक्षित है।
लाइफगार्ड्स ने पुलिस से बीच बंद रखने का किया था अनुरोध
लाइफगार्ड्स के मुताबिक रविवार को समुद्र अशांत था। मुंबई में अन्य समुद्र तटों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। लाइफगार्ड्स ने सुबह से पुलिस से अक्सा बीच को बंद करने का अनुरोध किया था लेकिन पुलिस ने बीच को खुला ही रखा। लाइफगार्ड्स ने बताया कि पुलिस ने जवाब दिया कि हमारे पास समुद्र तट को पर्यटकों के लिए खुला रखने का ऊपर से आदेश है।
Mumbai, Maharashtra | Lifeguards deployed at Aksa Beach in Malad, Mumbai saved 10 people from drowning on Sunday, 18th June between 4pm-7pm.
19 people suddenly started drowning when the water level suddenly rose. While 10 were saved by lifeguards, 9 others were able to come out… pic.twitter.com/7v9n1dG9yk
— ANI (@ANI) June 19, 2023
लाइफगार्ड्स ने बचाई पर्यटकों की जान
अक्सा बीच पर लाइफगार्ड्स ने दोपहर 3 बजे तक सैलानियों को समुद्र में घुसने नहीं दिया लेकिन दोपहर 3 बजे के बाद यहां पर्यटकों की भीड़ बढ़ने लगी। स्थिति हाथ से निकलने लगी। शाम 4 से 7 बजे के बीच यहां के सात लाइफगार्ड्स द्वारा समुंदर में डूब रहे 19 पर्यटकों को बचाया गया। लाइफगार्ड्स में एकनाथ टंडेल, भरत मानकर, समीर कोली, मिलन पाटिल, प्रसाद बाजी, विराज भानजी और जयेश कोली ने अपनी जान जोखिम में डालकर पर्यटकों की जान बचाई।
सबसे खतरनाक है अक्सा बीच
अक्सा बीच को सबसे खतरनाक बीच माना जाता है। 8 जून 2000 को मलाड ईस्ट के 12 बच्चे इसी खतरनाक बीच पर डूब गए थे। जानकारी के मुताबिक फुटबॉल खेलते समय गेंद पानी में बह गई। गेंद का पीछा करते हुए लड़कों ने कतार बनाई और उसे निकालने के लिए पानी में घुस गए। लेकिन तेज बहाव ने उन्हें खींच लिया और सभी डूब गए थे। 2 से 3 दिनों के बाद उनके शव निकाले गए थे। इस घटना से उस समय हड़कंप मच गया था।