मुंबई: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने कहा है कि हैदराबाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की दो दिवसीय बैठक में सामाजिक आरक्षण की अधिकतम सीमा बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव पारित किया गया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का मानना है कि आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा में ढील दी जानी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद राहुल गांधी ने पहले भी इसका समर्थन किया है।
अगस्त 2021 में 127 वें संविधान संशोधन पर बहस के दौरान राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस समूह के नेता अधीर रंजन चौधरी, प्रख्यात वकील अभिषेक सिंघवी, संजय राऊत, सुप्रिया सुले, विनायक राऊत, सुरेश धानोरकर, वंदना चव्हाण और महाविकास आघाड़ी के कई सांसदों ने आरक्षण सीमा में ढील देकर मराठा आरक्षण (Maratha reservation) की बाधा दूर करने की मांग संसद में प्रभावी ढंग से उठाई थी।
सांसद संभाजी राजे ने भी राज्यसभा में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अपनी आवाज़ बुलंद की थी। यह कहते हुए कि कांग्रेस कार्य समिति ने अब 50 प्रतिशत आरक्षण सीमा बढ़ाने पर एक प्रस्ताव पारित किया है, अशोक चव्हाण ने आगे कहा कि 50 प्रतिशत आरक्षण सीमा, जो सुप्रीम कोर्ट के इंदिरा साहनी और अन्य निर्णयों के आधार पर लागू की गई है। यह मराठा आरक्षण की राह में सबसे बड़ा रोड़ा है। इस बड़ी बाधा पर कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर स्टैंड ले लिया है और अब बीजेपी सरकार को भी इस संबंध में अपना रुख साफ़ कर आरक्षण सीमा बढ़ाने के मुद्दे को विशेष सत्र में उठाना चाहिए।