महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव को लेकर बीजेपी-शिंदे गुट में विवाद, नासिक सीट पर मंत्री दादा भुसे ने ठोंका दावा

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    मुंबई: महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) गठित होने के बाद पहली बार विधान परिषद की पांच सीटों के लिए हो रहे चुनाव (Maharashtra Legislative Council Elections 2022) को लेकर जहां महाविकास आघाड़ी ने एकजुट होकर मैदान में उतरने की तैयारी की है। वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी-शिंदे गुट (Shinde Faction) में विवाद उभर कर सामने आया है। कोंकण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार को लेकर बीजेपी में नाराजगी व्याप्त हैं। वहीं नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की सीट पर शिंदे गुट के मंत्री दादा भुसे ने दावा ठोंका है। इसी वजह से सत्तारूढ़ दल की तरफ से अभी तक उम्मीदवार घोषित नहीं हो पाया है। उम्मीदवारों के नामांकन की तिथि गुरुवार 12 जनवरी को समाप्त हो रही है।

    महाविकास आघाड़ी के घटक दलों ने सभी पांचों सीट पर उम्मीदवार तय कर लिए हैं। महाराष्ट्र की उप राजधानी नागपुर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से इस बार शिवसेना का उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतर रहा है। शिवसेना के गंगाधर नकाड़े ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। हालांकि इसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने उत्सुकता दिखाई थी। महाविकास आघाड़ी की बैठक में निर्णय लिया गया कि मराठवाड़ा सीट पर एनसीपी लड़ेगी, जबकि नासिक और अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारेगी। नागपुर में शिवसेना और कोंकण में शेतकरी कामगार पार्टी चुनाव लड़ेगी।

    बीजेपी और शिंदे गुट में अनबन 

    बीजेपी और शिंदे गुट में उम्मीदवारों को लेकर अनबन देखने को मिल रहा है। सभी पांचों सीटों के लिए बीजेपी की तरफ से बी -फार्म दिया जाना है, लेकिन उम्मीदवार दोनों की रजामंदी से तय किए जाने हैं। कोंकण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से ज्ञानेश्वर म्हात्रे को उम्मीदवार बनाया गया है। जिसका विरोध बीजेपी में हो रहा है। ज्ञानेश्वर म्हात्रे शिक्षक सेना से जुड़े रहे हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं का मानना है कि कोंकण में भाजपा का शिक्षक सेल वर्षों से काम कर रहा है। कई अच्छे उम्मीदवार होने के बावजूद बाहरी व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया गया है।

    नासिक में भी पेंच फंसा 

     इसी तरह नासिक में पेंच फंसा हुआ है। शिंदे गुट के कद्दावर मंत्री दादा भूसे इस सीट पर शिंदे गुट के व्यक्ति को ही लड़ाना चाहते हैं। उन्होंने यह मुद्दा मंगलवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की मीटिंग में भी उठाया था, लेकिन बीजेपी इस सीट को कत्तई नहीं छोड़ना चाहती है। सूत्र यह बताते हैं कि बीजेपी नासिक में कांग्रेस को पटखनी देने के लिए उसी के सिपहसालार का उपयोग करना चाहती है। इसी वजह से कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. सुधीर तांबे ने अभी तक नामांकन फार्म नहीं जमा किया है। बीजेपी उन्ही के पुत्र सत्यजीत तांबे को मैदान में उतारना चाहती है। तांबे के अलावा बीजेपी राजस्व मंत्री राधेकृष्ण विखे पाटिल के भाई डॉ. राजेंद्र विखे पाटिल पर भी विचार कर रही है। इस तरह बीजेपी इस सीट पर कब्जा जमाना चाहती है। इसका कारण यह भी है कि सुधीर तांबे के पहले इस सीट से बीजेपी का उम्मीदवार ही निर्वाचित होता रहा है।