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नवभारत ग्राफिक्स

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मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) प्रदूषण के चपेट में है। शहर में प्रदूषण ना फैले और लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर ना पड़े इसलिए बांबे हाईकोर्ट (High Court) ने मुंबई में केवल तीन घंटे ही पटाखे (Firecracker) फोड़ने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार और बीएमसी (BMC) के अनुरोध के बाद भी मुंबई में गाइडलाइन (Guideline) का उलंघन (Violation) धड़ल्ले से किया जा रहा है। पटाखों की आतिशबाजी बेतहाशा की जा रही है। धनतेरस और छोटी दिवाली के दिन जानकर आतिशबाजी की गई। रात के समय मुंबई धुआं-धुआं हो गयी थी। लक्ष्मी पूजन की सुबह वायु की गुणवत्ता बेहद ज्यादा ख़राब नज़र आयी।  
बॉम्बे हाईकोर्ट ने 7 से 10 बजे तक दिया पटाखे फोड़ने का निर्देश 
मुंबई में बढ़ते प्रदूषण को लेकर बांबे हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई थी। कोर्ट ने जनता पर फैसला छोड़ा है कि वह खुद तय करें कि उन्हें जिंदगी चाहिए या पटाखे। कोर्ट ने दिवाली के मौके पर रात 7 से 10 बजे तक ही पटाखे फोड़ने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार व बीएमसी प्रशासन ने भी जनता से हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन करने करने की अपील की है। पिछले साल की तुलना में इस दिवाली में पटाखे कम फोड़े जा रहे हैं। फिर भी कुछ लोग ध्वनि और प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों की आतिशबाजी करते नजर आ रहे हैं। कई लोग समय सीमा का पालन भी नहीं कर रहे हैंं। हालांकि कुछ लोग सामाजिक उत्तरदायित्व को महत्व देते हुए पटाखों से परहेज कर रहे हैं। 
 

मुंबई का एक्यूआई 112 पर
बारिश के कारण मुंबई के वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में सुधार आया था। पिछले दो दिनों से मुंबई का एक्यूआई 112 के आस-पास रहा। लेकिन दिवाली में एक्यूआई बढ़ने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मुंबई का वायु गुणवत्ता सूचकांक रविवार को 162 और सोमवार को 163 तक पहुंच सकता है। शनिवार को बीकेसी में 154 एक्यूआई, बांद्रा- 144, सायन-134, हवाई अड्डा क्षेत्र, जुहू और देवनार-122, वर्ली- 110, मालाड-105, नेवी नगर-102, कुलाबा और कुर्ला में 99 एक्यूआई दर्ज किया गया। 

 
 
जनभागीदारी से ही प्रदूषण पर होगा नियंत्रण
प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संबंधित अधिकारियों का बैठक बुलाकर जरूरी निर्देश दिए थे। बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल के अनुसार पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता है। लेकिन लोगों को हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन करना चाहिए। पटाखों से होने वाले वायु प्रदूषण के कारण बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, अस्थमा जैसी बीमारियों के रोगियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। इस बात का ध्यान रखें कि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। जनभागीदारी से ही प्रदूषण की समस्या से निपटा जा सकता है। 
 
इको फ्रेंडली पटाखों और दीप जलाने कीअपील 
मुंबई पुलिस और बीएमसी आयुक्त ने मुंबई के लोगों से इको फ्रेंडली पटाखे इस्तेमाल करने की अपील की है और साथ ही दीप जलाकर दिवाली मनाने की अपील की है। बीएमसी के निर्देश में कहा गया है कि ऐसे पटाखे फोड़े, जिससे ध्वनि व वायु प्रदूषण न फैले। इतना ही स्कूली बच्चों को भी पटाखे न फोड़कर दीप जलाकर दीपोत्सव मनाने की शपथ दिलाई गई है।