CM Shinde
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (फाइल फोटो)

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नवभारत न्यूज नेटवर्क
मुंबई: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुटी बीजेपी ने अबकी बार देश में 400 और महाराष्ट्र में 45 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। अपने लक्ष्य को पाने के लिए बीजेपी ने पहले ही अपने व अपने सहयोगी दलों के सांसदों के बारे में सर्वेक्षण करा लिया था, जिसकी वजह से एनडीए में शामिल कई सांसदों का टिकट इस बार काट दिया गया। महाराष्ट्र में बीजेपी नीत महायुति में शामिल शिवसेना शिंदे गुट को खासतौर पर इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। इस वजह से शिंदे गुट में जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है और यह नाराजगी अब विद्रोह का रूप लेने लगी है। बुधवार को इसका नमूना शिंदे के सरकारी निवास वर्षा पर देखने को मिला।

बता दें कि बीजेपी के सर्वे में शिंदे गुट के सांसदों की कथित निगेटिव रिपोर्ट और बीजेपी के क्षेत्रीय नेताओं कार्यकर्ताओं के विरोध के कारण शिंदे गुट के कई सांसदों 2024 में लोकसभा का टिकट पाने से वंचित रह सकते हैं। इनमें हेमंत गोडसे, भावना गवली, हेमंत पाटिल, धैर्यशील माने, सदाशिव लोखंडे का नाम मुख्य रूप से लिया जा रहा है। टिकट कटने से हेमंत गोडसे और हेमंत पाटिल बेहद नाराज हैं। हेमंत गोडसे अपने काफिले के साथ मुंबई आकर सीएम शिंदे के समक्ष अपनी नाराजगी पहले ही जाहिर कर चुके हैं। मंगलवार को हेमंत पाटिल के समर्थकों ने भी सीएम शिंदे के सरकारी आवास वर्षा पर विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी करते दिखे। प्रदर्शनकारी हेमंत पाटिल को ही फिर से उम्मीदवारी दिए जाने की मांग कर रहे थे।

सिंधुदुर्ग छीनने से सामंत नाराज
महायुति में सिंधुदुर्ग-रत्नागिरी लोकसभा क्षेत्र को लेकर भी मतभेद हैं। सीएम शिंदे के करीबी मंत्री उदय सामंत यहां से अपने भाई किरण को चुनाव लड़ाना चाहते हैं। सामंत का दावा है कि 2019 में इस सीट से शिवसेना ही चुनाव लड़ी था और शिवसेना (उद्धव गुट) के विनायक राऊत यहां से विजयी हुए थे। इस वजह से सीट शिवसेना (शिंदे गुट) को ही मिलनी चाहिए, लेकिन यहां बीजेपी के पूर्व मंत्री नारायण राणे बाजी मारते दिख रहे हैं। इस वजह से शिंदे गुट खासकर उदय सामंत नाराज बताए जा रहे हैं।

गोडसे भी छोड़ेंगे शिंदे का साथ
नासिक के शिवसेना (शिंदे गुट) के सांसद हेमंत गोडसे भी टिकट कटने से नाराज हैं। उनके राकां (शरद पवार) में जाने की आशंका जताई जा रही है।