मुंबई: केंद्रीय जांच एजेंसियों (Central Investigative Agencies) की महाविकास अघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi Government) के नेताओं पर कार्रवाई जारी है। इस बीच राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल (Dilip Walse Patil) ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के खिलाफ जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की घोषणा की। एसआईटी (SIT) का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) वीरेश प्रभु करेंगे। उनकी निगरानी में मामले की जांच की जाएगी। ऐसे में केंद्रीय और राज्य की जांच एजेंसियां आमने-सामने आ गयी है।
कुछ दिन पहले संजय राउत (Sanjay Raut) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी और ईडी के अधिकारियों पर निशाना साधा था। उस समय उन्होंने सनसनीखेज आरोप लगाए थे कि ईडी अधिकारी पर वसूली कर रहे हैं। संजय राउत ने जितेंद्र नवलानी पर भी आरोप लगाए थे। वह रंगदारी वसूलने की साजिश में भी शामिल बताया गया था।
7 लोगों के बयान दर्ज
इससे पहले इस मामले की जांच मुंबई पुलिस की ईओडब्ल्यू विंग कर रही थी। उस समय ईओडब्ल्यू ने सात लोगों के बयान दर्ज किए थे और उन कंपनियों से पूछताछ करने के लिए कहा था, जिनके खाते कथित रूप से खाली कर दिए गए थे।
कैसे हुई महाराष्ट्र में लूटा
संजय राउत ने फिरौती मांगने के लिए मुंबई में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कार्यालयों को फटकार लगाई। राउत ने कहा था कि वह इस बारे में सारी जानकारी का खुलासा करेंगे कि कैसे महाराष्ट्र को लूटा गया और करोड़ों रुपए का गबन किया गया? जो उनके पास आना चाहता है, वह अवश्य आएं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अपराध सिंडिकेट का पर्दाफाश किया जाएगा।
100 से अधिक बिल्डरों से ली फिरौती
संजय राउत ने आरोप लगाया था कि जितेंद्र चंद्रलाल नवलानी ईडी रैकेट चलाते हैं। वह ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं। उन्होंने 100 से अधिक बिल्डरों से फिरौती ली है। इस समय संजय राउत ने महाराष्ट्र में ईडी द्वारा की गई कार्रवाई के सबूत दिए थे।
25 करोड़ ट्रांसफर
संजय राउत ने कहा था कि ईडी ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस की जांच शुरू की। अचानक इन अधिकारियों के नाम दीवान से 25 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए। कई कंपनियां हैं, जिन्होंने जांच शुरू कर दी है। उनका किरीट सोमैया से क्या लेना-देना है? ईडी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं?
महाराष्ट्र बीजेपी के कुछ नेता भी शामिल
संजय राउत ने पूछा था कि यह सारा पैसा दिल्ली और मुंबई में तैनात ईडी के अधिकारियों को ट्रांसफर किया जा रहा है। इस पैसे का इस्तेमाल विदेश में संपत्ति खरीदने के लिए किया जाता है। संजय राउत ने तीखा आरोप भी लगाया था कि इसमें महाराष्ट्र बीजेपी के कुछ नेता शामिल हैं।