Raj Thackeray, Manoj Jarange Patil, Maratha Reservation
राज ठाकरे और मनोज जरांगे

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सूर्यप्रकाश मिश्र@नवभारत 
मुंबई: दीपावली के बाद अब राज्य में एक बार फिर आरक्षण (Maratha Resrvation) का मुद्दा गरमा रहा है। मराठा आरक्षण पर ठोस निर्णय के लिए  राज्य सरकार को 24 दिसंबर तक का समय देने वाले मनोज जरांगे पाटिल (Jarange Patil) ने राज्यव्यापी दौरा शुरू कर दिया है। गुरुवार को तो उन्होंने तड़के 4 बजे सभा ली। करमाला तालुका के वांगी में ठंड के बावजुद हजारों लोग उपस्थित थे। इस बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) के एक बयान का जवाब देते हुए मनोज जरांगे ने कहा कि ठाकरे पता लगाएं (Find Out) की मेरे पीछे (Behind Me) कौन है। उल्लेखनीय है कि राज ठाकरे ने एक बयान में कहा कि मनोज जरांगे के पीछे कौन है, इसका जल्द पता लगेगा। चुनाव नजदीक आते ही आरक्षण का मुद्दा उठता है। राज के इस बयान पर जारंगे ने कहा कि जब मराठो का भला होने का समय आता है, तो इसी तरह बयानबाजी होने लगती है। 

हमारा आरक्षण सिर्फ ओबीसी में
मनोज जरांगे पाटिल ने कहा कि हमने कभी भी 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण नहीं मांगा। कुनबी मराठा के रूप में रिकार्ड मिल रहे हैं। हमें ओबीसी में ही आरक्षण चाहिए। उन्होंने कहा कि 24 दिसंबर को देखेंगे कि हमें आरक्षण कैसे नहीं मिलता है। मराठा समाज को भ्रमित होने की कोई जरूरत नहीं है। 

आज तीन बैठकें सांगली जिले में
मनोज जरांगे शुक्रवार को सांगली जिले में 3 बैठक करेंगे। मराठवाड़ा में उनकी सभाओं को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। यहां उन्होंने 4 सभा की। जरांगे पाटिल ने कहा कि अब मराठा समाज को आरक्षण मिलना तय है, इसलिए समुदाय पूरी ताकत के साथ एकत्र हो गया है। अब पश्चिमी महाराष्ट्र का दौरा शुरू हो रहा है। मनोज जरांगे के दौरे का यह तीसरा चरण है। उनके दौरे पर सरकार के साथ विपक्षियों की नजर भी लगी हुई है।