
मुंबई: मुंबई और उपनगरों (Mumbai and Suburbs) में आम मध्यमवर्गीय परिवार को सस्ते में घर उपलब्ध कराने का दावा करने वाली म्हाडा (MHADA) द्वारा बालकूम हाउसिंग प्रोजेक्ट (Balkum Housing Project) के घरों की कीमतें 16 लाख तक बढ़ाए जाने से लॉटरी विजेताओं के होश उड़ गए हैं। म्हाडा कोंकण मंडल ने ठाणे के बालकुम में तैयार घरों के लिए वर्ष 2018 में लॉटरी (Lottery) निकाली थी।
उल्लेखनीय है कि हाउसिंग प्रोजेक्ट में 197 घर हैं। इनमें 125 विजेताओं के साथ विशेष योजना के 69 लाभार्थियों को शामिल किया गया था।
43 लाख के फ़्लैट हुए 59 लाख
हर फ़्लैट की कीमत उस समय 43 लाख तय की गई थी। वह सीधे लगभग 60 लाख तक पहुंच गई। घरों के मूल्य में सीधे 16 लाख 29 हजार 564 रुपए की वृद्धि की गई है। लाभार्थियों को 43 लाख 45 हजार 236 रुपए से 59 लाख 74 हजार 800 रुपए का ऑफ़र लेटर दिया गया है, जिस पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है। फ़्लैट की कीमतों में 40 प्रतिशत तक बढ़ोतरी होने से लाभार्थी परेशान हो गए हैं।
सीएम से हस्तक्षेप की मांग
उल्लेखनीय है कि 76 लाभार्थी तो 2005-6 में ही पात्र घोषित किए गए थे। उस समय लाभार्थियों ने तत्कालीन कीमत का 10 प्रतिशत का भुगतान किया था। बाद में आवास योजना बदली और नई योजना में उन्हें शामिल किया गया। उस समय के लाभार्थियों में से एक दीपक वायंगनकर ने कहा कि 16 साल के लंबे इंतजार के बाद घर नसीब हो रहा है, परंतु कीमत इतनी ज्यादा है कि कई लोग लोन भी नहीं ले सकेंगे। 2018 के अनुसार, 721.83 वर्ग फुट के घर के लिए 43 लाख 45 हजार 236 रुपए तय किए गए थे। सीधे 16 लाख 29 हजार रुपए का इजाफा हुआ है, जिसे लेकर मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की गई है। लाभार्थियों ने कहा कि वे सोमवार को इस संबंध में म्हाडा अधिकारियों से मिलकर निवेदन देंगे।
विजेताओं पर पानी, पार्किंग, मेट्रो उपकर भार
म्हाडा की तरफ से बताया गया कि जल वाहिनी, पार्किंग, मेट्रो उपकर का भार बढ़ने से फ़्लैट की कीमतें बढ़ गई हैं। कोंकण म्हाडा को इस परियोजना में जलापूर्ति, पार्किंग, मेट्रो उपकर और ब्याज के रूप में 32 करोड़ 10 लाख 24 हजार 397 रुपए अतिरिक्त खर्च करने पड़े हैं। कोंकण बोर्ड की ओर से 19 करोड़ 41 लाख 54 हजार 775 रुपए खर्च कर पार्किंग स्थल का निर्माण किया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, इस योजना के विज्ञापन में कहा गया था कि पार्किंग लागत योजना के लाभार्थियों को वहन करना होगा।
सस्ते नहीं रहे म्हाडा के घर
लाभार्थियों का कहना है कि म्हाडा के घरों की कीमतों में इतनी बढ़ोतरी अन्यायपूर्ण और अनपेक्षित है। मेट्रो सेस आदि टैक्स के चलते म्हाडा ने मुंबई और उपनगरों के अपने अन्य हाउसिंग प्रोजेक्ट के दामों में बढ़ोतरी का निर्णय लिया है, जिसका भार आम नागरिकों पर पड़ने वाला है। म्हाडा के घर की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाने वाले लोगों का कहना है कि अब म्हाडा के घर सस्ते नहीं रहे।