pratap sarnaik

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    मुंबई: टॉप सिक्युरिटी घोटाले (Top Security Scam) में विधायक प्रताप सरनाईक ( MLA Pratap Sarnaik) को बड़ी राहत मिली है। मुंबई पुलिस ने टॉप सिक्युरिटी घोटाले में अदालत में क्लोजर रिपोर्ट (Closure Report) पेश की है, जिसमें सरनाईक को क्लीन चिट (Clean Chit) दी गयी है। एक और नेता पुलिस की गिरफ्त से बच गया है। अब सभी की नजर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर है। क्या ईडी से भी प्रताप सरनाइक को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में क्लीनचीट मिलेगी?

    टॉप सिक्युरिटी घोटाले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने जो क्लोजर रिपोर्ट अदालत में पेश किया है। इसमें कहा गया है कि प्रताप सरनाईक के खिलाफ आरोप को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर टॉप सिक्युरिटी घोटाले में गिरफ्तार आरोपियों ने ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कोर्ट में अर्जी दी है।

    ईडी के दर्ज मामले का कोई मतलब नहीं

    टॉप सिक्योरिटी के पूर्व निदेशक अमित चंदोले और शशिधरन ने अदालत में पुलिस हिरासत के खिलाफ दोष से बरी होने के लिए याचिका दाखिल किया है। ईडी की हिरासत में चल रहे अमित चंदोले शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के करीबी हैं। इस मामले में ईओडब्ल्यू के पेश ‘सी समरी’ रिपोर्ट को मजिस्ट्रेट कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। याचिका में दावा किया गया है कि ईडी के दर्ज मामले का कोई मतलब नहीं है।

    ईडी को 21 सितंबर तक स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश

    यह याचिका पीएमएलए को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले पर आधारित है। एक फैसले के मुताबिक पीएमएलए विशेष अदालत ने हाल ही में ओमकार ग्रुप के दो डेवलपर्स को बरी कर दिया है। विशेष अदालत ने ईडी को 21 सितंबर तक अपनी स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया है। अदालत ने आरोपी चंदोले और शशिधरन को हिरासत में रखने का भी निर्देश दिया। न्यायाधीश एम.जी. देशपांडे के सामने सुनवाई हुई।

     सुरक्षा गार्ड की आपूर्ति करने के ठेका में घोटाला

    2014 में टॉप ग्रुप को एमएमआरडीए को 350 से 500 सुरक्षा गार्ड की आपूर्ति करने का ठेका दिया गया था। कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी ने शिकायत की थी कि इस सुरक्षा गार्ड अनुबंध के संबंध में गलती हुई थी और प्रताप सरनाईक और अमित चंदोले ने इसका आर्थिक फायदा उठाया। ईडी ने टॉप ग्रुप के पूर्व प्रबंध निदेशक एम. शशिधरन को गिरफ्तार किया है। ईडी विधायक सरनाइक के घर और कार्यालय में छापेमारी कर परिजनों से पूछताछ की थी।