Mumbai Police Breaking rule

Loading

  • बिना हेलमेट पुलिसकर्मी बाइक चलाते हुए
  • एक कांस्टेबल और पुलिस वाहन रोंग साइड ड्राइव करते हुए
  • सड़क सुरक्षा अभियान: सुधारेंगे पर सुधरेंगे नहीं
  • जिम्मेदारी निभाने वाली खाकी कर रही नियमों की अनदेखी

Police breaking traffic rule: सड़क दुर्घटना के मामलों में बढ़ोतरी और उससे होने वाली मृत्यु की रोकथाम के लिए, प्रशासन और मुंबई यातायात पुलिस हर वर्ष सड़क सुरक्षा अभियान का कार्यक्रम आयोजित करती है। इसका मकसद पुलिस (Mumbai Police) द्वारा लोगों को ट्रैफिक के नियमों (Traffic Rule) का पालन कराना और जागरूकता फैलाना है, लेकिन सड़कों पर चालकों को नियमों का पालन कराने वाले सिपाही खुद ही यातायात के नियमों को तार-तार (Break) करते दिख रहें है। खाकी में पुलिसकर्मी कहीं बिना हेलमेट के आते-जाते नजर आ रहें है, तो कहीं रॉन्ग साइड ड्राइव करते देखे जा रहे है। इतना ही नहीं ट्रैफिक के नियमों को ताक पर रख कर पुलिस की गाड़ियां भी अक्सर गलत दिशा में फर्राटा भर्ती नजर आती है। इन सब को देखकर मुंबईकर कह रहें है कि “सुधारेंगे पर सुधरेंगे नहीं।” वाहन चालकों का कहना है कि जागरूकता का कार्यक्रम सिर्फ कागजों पर ही दिखता है। इनका हकीकत से कोई सरोकार नही है। हालांकि ये किसी एक पुलिस स्टेशन या स्थान का नज़ारा नहीं है, ये हकीकत मुंबई शहर की है। 

Police breaking traffic rule
सबसे कीमती है जिंदगी
गौरतलब है कि, मुंबई पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान कार्यकम 15 जनवरी से 15 फ़रवरी तक होता है। यातायात पुलिस का सबसे ज्यादा ध्यान कॉलेज के छात्रों पर होता है। अगर छात्र ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक हो गए तो पूरी पीढ़ी जागरूक हो जाएगी। इन्हे हर प्रकार से यातायात के नियमों से जागरूक किया जाता और बताया जाता है। आप गाड़ी धीरे चलाएं.नियमों का पालन करें। इससे आपकी जान बचेगी। 

कानून सबके लिए बराबर है
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि वैसे तो सभी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को यातायात नियमों का पालन करते हुए ही वाहन चलाने के निर्देश हैं। जिन जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं यदि वहां से कोई बिना हेलमेट या अन्य नियमों का उल्लंघन करते हुए निकलता है, तो उसका चालान अपने आप हो जाता है। इसके अलावा टीमें ई-चालान भी करती रहती हैं।  यदि किसी जगह पर चालान के लिए अभियान चलाया जा रहा है, तो वहां पर जो भी नियमों का उल्लंघन करते हुए मिलता है। चाहे वह पुलिसकर्मी ही क्यों न हों, उन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाता है। 

सिर्फ सिविलियन के लिए नियम?
सूरज चव्हाण, सॉफ्टवेयर इंजीनियर का कहना है कि अगर कोई वाहन चालक ट्रैफिक के नियमों का पालन नहीं करता है, तो पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करती है, करना भी चाहिए। लेकिन जब ट्रैफिक और सिटी पुलिस के जवान ही नियमों की धज्जियां उड़ाते है तो इनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती है। क्या कानून सिर्फ सिविलियन के लिए है। 

  • जुर्माने की सूची 
  • बिना हेलमेट,जुर्माना-1000
  • नो पार्किंग पर गाड़ी खड़ी करना.जुर्माना-1000
  • ट्रैफिक सिग्नल जम्प करना. जुर्माना-5000
  • सीट बेल्ट नहीं पहनने पर जुर्माना-1000
  • ट्रिपल सीट ड्राइविंग करने पर जुर्माना-5000
  • रॉन्ग साइड ड्राइव करने पर FIR दर्ज या 500 जुर्माना