मौसम का बदला मिजाज, मुंबई में बढ़े सर्दी-खांसी के मरीज, घटा प्रदूषण, 100 से नीचे एक्यूआई

Loading

नवभारत न्यूज नेटवर्क
मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में मौसम (Weather) के मिजाज ने अलग (Change) तेवर दिखाया है। बीते दिनों भोर में कुछ इलाकों में हुई हल्की बारिश के बाद मौसम में बदलाव आया है। रात में हल्की ठंड के साथ खुशनुमा मौसम बना हुआ है तो वहीं दिन में उमस लोगों को परेशान कर रही है। मौसम के दोहरे तेवर के कारण सर्दी-खांसी (Cold-Cough), बुखार और गैस्ट्रो के मरीज बढ़ रहे हैं। हालांकि इस बीच मुंबई की आबोहवा में काफी बदलाव आया है। महानगर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहतर स्थिति यानी 100 एक्यूआई से भी कम दर्ज किया गया है। 

प्रदूषण हुआ कम 
समय-समय पर बदल रहा मौसम लोगों को परेशान कर रहा है। मौसम में बदलाव के साथ फ्लू, जुकाम और निमोनिया जैसे रेस्पिरेटरी इंफेक्शन में बढ़ोतरी हो रही है। यह तापमान और आर्द्रता के स्तर में बदलाव के कारण हो रहा है। मुंबई के कोलाबा में रात का तापमान 19.5 डिग्री और सांताक्रूज में 15 डिग्री के आस-पास दर्ज किया जा रहा है। वहीं दिन में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आस-पास दर्ज किया जा रहा है। 

 
 
बढ़े सर्दी खांसी का मरीज़ 
मौसम के उतार चढ़ाव के बीच लोग सर्दी, खांसी और बुखार की  चपेट में आ रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस तैयार हुआ है। इसकी वजह से उत्तर भारत में बर्फबारी और बेमौसम बारिश हो रही है। उत्तर भारत के कई इलाकों में ओले गिरे हैं। इसका असर महाराष्ट्र पर भी देखा जा रहा है। मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ के कुछ जिलों में मेघ गर्जना के साथ बेमौसम बारिश का अनुमान है। गोवा और कोकण में भी बारिश की संभावना है। इसका असर मुंबई के मौसम पर भी दिख रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले एक हफ्ते में मौसम तेजी से बदलेगा और गर्मी की तरफ बढ़ता जाएगा। सात मार्च के बाद तापमान में वृद्धि होगी। 

कुलाबा की आबोहवा सबसे बेहतर
लगातार कई महीनों से प्रदूषण की मार झेल रही मुंबई को काफी राहत मिली है। रविवार को शहर का औसतन एक्यूआई 64 दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। इसी तरह पीएम 2.5 का स्तर 23  और पीएम 10 का स्तर 73 रहा। बीकेसी, बांद्रा, देवनार को छोड़ दें तो अधिकांश इलाकों का एक्यूआई 100 से नीचे रहा। कुलाबा की आबोहवा 31 एक्यूआई के साथ सबसे बेहतर स्थिति में रही। 

क्या है विशेषज्ञ की राय 

महेश पलावत (प्रमुख वैज्ञानिक- स्काई मेट) ने बताया, एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान और आस पास के क्षेत्र में एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में स्थापित हुआ है। इसके कारण उत्तरी-पश्चिमी अरब सागर तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। यह मौसम के मिजाज को प्रभावित कर रहा है। इसका असर मुंबई सहित राज्य के अन्य हिस्सों में भी देखा जा रहा है। 
एक-दो दिनों में इसमें बदलाव की संभावना है।