Mira-Bhayander News parking

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-विनोद मिश्रा  

भायंदर: मीरा-भायंदर शहर (Mira-Bhayandar City) में इस समय पार्किंग की समस्या विकराल है। शहर में अधिकांश इमारतें ग्राम पंचायत और नगर परिषद काल के हैं। विकासकों ने उस समय निर्मित भवनों में पार्किंग (Parking) की सुविधा नहीं दी थी। निजी वाहनों की पार्किंग की सुविधा शहर में नहीं है। नतीजतन मुख्य सड़कों पर ही वाहन पार्क (Park on Main Roads) किए जाते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम और यातायात में भारी असुविधा का सामना स्थानीय रहिवासियों को करना पड़ता है। 

हालांकि विधायक गीता जैन ने तत्कालीन नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे से मीरा-भायंदर विधानसभा क्षेत्र में 4-5 स्थानों पर वाहनों की पार्किंग के लिए पार्किंग स्थल बनाए जाने की मांग की थी, लेकिन अब तक उस दिशा में कोई सकारात्मक पहल नहीं देखी गई है।

गैरेज वालों का खुली जगह पर कब्जा

शहर में दो पहिए वाहनों के लिए 58 गैरेज, 3 पहिये वाहनों के 17 गैरेज और 4 पहिये वाहनों के 68 ऐसे कुल 143 गैरेज हैं। वाहनों के मरम्मत के समय गैरेज वाले सड़कों की खुली जगह पर भी कब्जा कर लेते हैं। उसी प्रकार नए और पुराने वाहनों की बिक्री के लिए भी सड़कों पर अतिक्रमण किया जाता है, जिससे यातायात में बाधा पहुंचती है और लोगों को नाहक ट्रैफिक जाम जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। वर्तमान में मेट्रो का कार्य तीव्र गति से शुरू है। इस कार्य के लिए सड़क पर भारी बैरिकेट्स लगाएं गए हैं, जिससे सड़कों की चौड़ाई यातायात के लिए आधी हो गई है। वहीं सड़कों के दोनों ओर नो पार्किंग क्षेत्र में भी अवैध रूप से वाहनों को पार्क कर दिया जाता है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या सुलझाने में यातायात विभाग को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।

स्थायी पार्किंग होना बहुत जरूरी

मीरा-भायंदर महानगरपालिका क्षेत्र में विकास योजना और संबंधित विकास नियंत्रण और प्रोन्नति विनियमों के अनुसार, मीरा रोड शांति नगर, नया नगर, पेणकरपाड़ा पाड़ा, भायंदर पूर्व के केबिन रोड से जैसल पार्क, भायंदर पश्चिम डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर (60 फुट रोड) पर स्थायी पार्किंग की आवश्यकता है।

5 माह में 8,537 वाहनों पर केस दर्ज

शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए काशी मीरा यातायात पुलिस द्वारा नो पार्किंग में खड़े वाहनों पर नियमित कार्रवाई की जाती हैं। पिछले 5 महीनों में करीब 8,537 दुपहिया और चार पहिया वाहनों पर कार्रवाई की गई है। यातायात पुलिस ने नो पार्किंग में खड़े 5,852 मोटरसाइकिल पर केस दर्ज कर 30 लाख 30 हजार रुपए दंड वसूल किया। इसी प्रकार नो पार्किंग में खड़े 2,685 चार पहिए वाहनों पर भी कार्रवाई कर 21 लाख 70 हजार 500 रुपए दंड वसूल किया गया। प्रतिदिन करीब 100 वाहनों पर नो पार्किंग में खड़े किए जाने की कार्रवाई की जाती है।

शहर की आबादी के साथ वाहनों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है, इस वजह से अवैध पार्किंग बढ़ रही है और वाहन धारक-चालक बिना किसी हिचकिचाहट के सड़कों पर ही वाहनों की पार्किंग कर रहे हैं, जिससे हमेशा ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न होती है। भविष्य में पार्किंग की समस्या और भी बढ़ जाएगी, इसलिए प्रशासन को समय पर ध्यान देने की आवश्यकता है

- शंकर विरकर, उप जिला प्रमुख, शिवसेना, यूबीटी

शहर में कई सरकारी आरक्षित भूखंड हैं। महानगरपालिका प्रशासन शहर की विकास योजना में वाहन डिपो के लिए भूखंड आरक्षित करके उन्हें विकसित करना चाहिए। अब राज्य सरकार ने इमारतों के निर्माण के लिए चार चटाई क्षेत्र की अनुमति दी है। अधिकांश पुरानी इमारतों का पुनर्विकास करते समय विस क्षेत्र में फ्लैटों की संख्या में वृद्धि होगी, जिसका असर जनसंख्या वृद्धि पर भी होगा, साथ ही वाहनों की संख्या में भी वृद्धि होगी।

- डॉ. अमित भोसले, महामंत्री, बीजेपी कामगार आघाड़ी, मुंबई प्रदेश