Crossing Tracks

    Loading

    मुंबई: रेलवे की तमाम चेतावनियों के बावजुद मुंबई और उपनगरों (Mumbai and Suburbs) में रेल पटरी पार (Crossing Railway Tracks) करने का सिलसिला जारी है। रेलवे पुलिस (Railway Police) के अनुसार वर्ष 2021 से अब तक 1 हजार 962 यात्रियों ने इस तरह की दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाई है, जबकि 324 लोग घायल हुए हैं। इन हादसों के लिए आम यात्रियों के साथ कहीं न कहीं रेल प्रशासन भी जिम्मेदार है।

    कई स्टेशनों पर तो ट्रैक पासिंग रोकने के उपाय ही नहीं किए गए हैं। 2021 में एक हजार 114 लोगों की मौत हुई थी और 176 लोग घायल हुए थे। 2022 में 848 लोगों की मौत हुई और 148 लोग घायल हुए।

    कम पड़ रहे एफओबी

    मुंबई और उपनगरों में कई स्टेशनों पर एफओबी ही कम पड़ रहे हैं।ट्रैक क्रॉसिंग दुर्घटनाओं को रोकने के लिए, मुंबई रेलवे विकास निगम ने मध्य और पश्चिमी लाइनों के 15 स्टेशनों पर 17 फुटब्रिज बनाने का निर्णय लिया है। इन पुलों का निर्माण अगस्त 2023 तक किया जाएगा। इनमें से 13 पुल मध्य रेलवे पर बनाए जाएंगे, चार पुल पश्चिम रेलवे पर बनाए जाएंगे। इन दुर्घटनाओं को रोकने स्टेशन और दो स्टेशनों के बीच पैदल पुल, फुटपाथ, सबवे उपलब्ध कराने की योजना है। एमआरवीसी ने पिछले वर्षों में मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे पर कुल 14 फुटब्रिज का निर्माण किया है।

    उपनगरों में ज्यादा घटनाएं

    ट्रैक पार करने की ज्यादातर घटनाएं बोरीवली, अंधेरी, वसई, विरार, मध्य रेलवे के कुर्ला, ठाणे, दिवा, कल्याण और अन्य उपनगरीय स्टेशनों पर होती हैं। इनमें बड़ी संख्या में पुरुष यात्रियों का समावेश है। यात्री भी लापरवाही से अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रैक पार कर रहे हैं। ठाणे-दिवा-पांचवें-छठे लाइन पर नए 6 एफओबी, दो पैदल पुलों का निर्माण हार्बर पर अंधेरी को गोरेगांव तक विस्तारित करते हुए किया गया है। दो स्टेशनों के बीच ट्रैक क्रॉसिंग की संख्या अधिक है। ऐसे स्टेशनों को खोजने और दो पटरियों के बीच बाड़ लगाने, पटरियों के किनारे सुरक्षात्मक दीवार बनाने, एफओबी बनाने के उपाय किए जा रहे हैं।