– क्षत्रिय गौरव सेवा संस्था ने जावडेकर को लिखा पत्र
वसई. फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत समाज के थे और देश के एक सफलतम उभरते हुए अभिनेता के रूप में पहचान बना रहे थे, परंतु दुर्भाग्य से वे अपने जीवन को इस मोड़ पर खड़ा पाए जहां से उन्हें मौत को गले लगाना पड़ा,जो किसी दुर्भाग्य से कम नहीं है. सुशांत की आत्महत्या एक प्रायोजित हत्या है.
इस तरह का आरोप लगाते क्षत्रिय गौरव सेवा संस्था ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र भेजकर सुशांत की आत्महत्या की गुत्थी को सुलझाने व उनके परिजनों को न्याय के लिए सीबीआई जांच की मांग की है.
शेखर कपूर ने ट्वीट में इसका इशारा भी किया
पत्र में कहा गया है कि एमएस धोनी और छिछोरे जैसे हिट फिल्म देने के बाद सुशांत सिंह ने 7 फिल्में साइन की थी, 6 महीने में सारी फिल्में सुशांत के हाथ से निकल गई थींं.प्रसिद्ध फिल्मकार शेखर कपूर ने अपने ट्वीट में इसका इशारा भी किया है. बताते हैं कि यशराज फ़िल्म्स, धर्मा प्रोडक्शन और बालाजी टेली फिल्म,रेड चिल्लीस ,आमिर खान प्रोडेक्शन , सलमान खान फिल्म्स जैसे बड़े निर्माताओं ने सुशांत सिंह राजपूत को अघोषित बैन कर रखा था. सुशांत कहीं न कहीं नेपोटिज्म के शिकार हुए थे.
सुशांत निराशावादी नहीं हो सकता
पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि एक अभिनेता जो अंतरिक्ष विज्ञान, मेटा फिजिक्स, ज्योतिष, शिव के अर्थ और नासा की खोजोंं के बारे में बात करता है, वह निराशावादी नहीं हो सकता. एक छोटे शहर से आए सुशांत सिंह राजपूत ने बॉलीवुड में बिना गॉडफादर के अपनी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया था. कंगना रनौत, बबिता फोगाट अनुराग सिंह कस्यप एवं संजय निरुपम, विधायक निरज सिंह बबलू आदि तमाम लोगों द्वारा बालीवुड के इस परिवारवाद की इस घिनौनी मानसिकता पर अपना विरोध दर्ज कराया है.