दो हादसों से दहली दक्षिण मुबंई, पुरानी इमारतें बनी जानलेवा, लोगों में दहशत

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मुंबई: दक्षिण मुंबई (South Mumbai) की पुरानी और जर्जर इमारतें जानलेवा बनती जा रही हैं। बीते दो दिनों में छज्जा गिरने के दो हादसों ने स्थानीय लोगों को दहशत में ला दिया है। इधर बीएमसी प्रशासन ने अपने हाथ खड़े कर लिए हैं। बीएमसी अधिकारियों के अनुसार प्रशासन पहले ही सूचित कर चुका है कि खतरनाक इमारतों को छोड़कर लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और उनके रहने की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। पुरानी और जर्जर इमारतों में रहने वालों को समय रहते नोटिस दी जा चुकी है। 
 
जवेरी बाजार के मोहम्मद स्ट्रीट स्थित गाडा हाउस के पास एक छह मंजिला बिल्डिंग की चौथी मंजिल के एक घर का स्लैब गिरने से दो लोगों के घायल होने का हादसा ताजा ही था कि मंगलवार को फिर एक हादसा हो गया। गिरगांव के अलंकार सिनेमा के पास म्हाडा की दूसरी और तीसरी मंजिल का छज्जा गिर गया। इसके साथ इमारत का एक हिस्सा ढह गया। इस घटना से इलाके में दहशत मच गई। 
 
 
सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंचे अग्निशमन दल के जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद बिल्डिंग में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ। लेकिन दक्षिण मुंबई की पुरानी और जर्जर इमारतों के मसले ने फिर तूल पकड़ लिया है। दक्षिण मुंबई की पुरानी इमारतों का मसला लंबे अरसे से उलझा हुआ है। आरोप है कि इमारतों का हिस्सा गिरने की अधिकांश घटनाएं संडास-बाथरूम के जीर्ण होने के कारण हो रही हैं। 
 
इसमें प्रमुख मसला यह है कि मालिक और किराएदारों के बीच मामला उलझा हुआ है, पुरानी इमारतों में रह रहे लोगों को डर है कि यदि उन्होंने घर छोड़ दिया तो उस पर मालिक कब्जा कर लेंगे, लिहाजा आशियाना छोड़ने की बजाए वे जिंदगी दांव पर लगाकर घरों में रहने के लिए मजबूर हैं।