- मुंबईकरों के लिए पश्चिम रेलवे में प्रवास करना होगा मुश्किल
- कई ट्रेनें होगी रद्द तो कुछ देरी से चलेगी
- मुंबई सेंट्रल से बोरीवली तक छठी लाइन को जोड़ने का काम शुरू
- बेहतर रेल कनेक्टिविटी के लिए किया जा रहा काम, भविष्य में होगा फायदा
छठी लाइन निभाएगी महत्वपूर्ण भूमिका
वर्तमान में मुंबई सेंट्रल और बोरीवली के बीच 4 लाइन है। जिनमे से दो लाइनों पर धीमी गति वाली ट्रेन चलती है, तो दो लाइनों पर तेज गति वाली ट्रेन चलती है। पांचवी लाइन जिसे सबअर्बन ट्रेन अवॉइडेंस कहा जाता है। एक द्वि-दिशात्मक लाइन है, जिसका उपयोग मुंबई सेंट्रल और बांद्रा टर्मिनस से लंबी दूरी की ट्रेनें करती हैं। लेकिन अब छठी लाइन मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों और उपनगरीय ट्रेनों को अलग करना सुनिश्चित करेगी। राम मंदिर स्टेशन पर पांचवी से छठी लाइन तक क्रॉसओवर प्रदान किया जाएगा। यह छठी लाइन सेवाओं में किसी भी खराबी के दौरान ट्रेनों के मार्ग को परिवर्तन करने में मदद करेगा। यह काम 7 अक्टूबर से शुरू हो चुका है और इसे खत्म होने में 28 दिन और लगने की उम्मीद है।
देरी के कारण लागत में वृद्धि
देरी और लागत में वृद्धि ने इस प्रोजेक्ट को प्रभावित किया है, 2008 में इसका अनुमान 430 करोड़ रुपये था लेकिन अब लागत 930 करोड़ रुपये हो गया है। इन असफलताओं के पीछे पटरियों के बगल में अतिक्रमण और भूमि अधिग्रहण की चुनौतियाँ प्राथमिक कारण रही थी। पर अब अधिग्रहण की बात करें है तो मुंबई सेंट्रल-बोरीवली 6 ठी लाइन प्रोजेक्ट के लिए इसका लगभग 95% काम पहले ही पूरा हो चुका है और काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। सांताक्रूज़ और बोरीवली के बीच 5 वीं लाइन आंशिक रूप से बिछाई गई है, शेष हिस्सों पर काम जारी है। 20 अक्टूबर से 7 नवंबर तक अंधेरी स्टेशन का प्लेटफार्म नंबर 9 सस्पेंड रहेगा।