2 व्यापारियों की गोली मारकर हत्या, पैसा डबल करने का चक्कर, 5 गिरफ्तार

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नागपुर. सिटी के 2 व्यापारियों की कोंढाली के एक फॉर्म हाउस में गोली मारकर हत्या कर दी गई. बाद में उनकी लाशें जलाकर वर्धा नदी में फेंक दी गईं. शहर में उनके लापता होने का मामला दर्ज था. जांच के दौरान यह घटना सामने आई. पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हत्यारों में एक नाबालिग का भी समावेश है. आरोपियों ने व्यापारियों को 1.50 करोड़ रुपये पक्के में देने की एवज में 2.80 करोड़ रुपये कैश देने का झांसा दिया था. मृतकों में नरकेसरी लेआउट, जयप्रकाशनगर निवासी अंबरीश देवदत्त गोले (40) और प्रसाद अपार्टमेंट, एचबी टाउन निवासी निरालाकुमार जयप्रकाश सिंह (43) का समावेश है. अंबरीश का शव तलेगांव पुलिस को मिल चुका है जबकि निराला की लाश खोजने में प्रशासन जुटा है. अंबरीश सिविल कांट्रैक्टर थे जबकि निराला होलसेल कपड़ों का व्यवसाय करते थे. पकड़े गए आरोपियों में ओमकार तलमले, लकी तुर्केल, हर्ष वर्मा, दानिश दुर्गाप्रसाद शिवपेठ और 1 नाबालिग का समावेश है. 

कार में साथ ले गए 

लकी तुर्केल के खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैं. उसके पिता संजय तुर्केल का कोंढाली में फॉर्म हाउस है. निराला और अंबरीश अच्छे दोस्त थे. कुछ दिन पहले दोनों ओमकार तलमले और विशाल पुंज के संपर्क में आए. ओमकार के परिवार का एंटीक आर्ट बनाने का कारखाना है. उसने निराला को बताया कि वह अपने कच्चे पैसे को पक्का करना चाहता है. यदि वो उन्हें 1.50 करोड़ रुपये का डीडी देंगे तो इसके बदले उन्हें 2.80 करोड़ रुपये कैश मिलेंगे. निराला और अंबरीश ने सोचा कि व्यावसायिक लेन-देन में पैसा खप जाएगा. दोनों लेन-देन के लिए तैयार हो गए. मंगलवार की दोपहर दोनों सिविल लाइंस के चिटणीस सेंटर में स्थित एक कैफे में पहुंचे. कुछ देर बाद ओमकार और विशाल भी वहां आ गए. चारों कार में सवार होकर कोंढाली स्थित तुर्केल के फॉर्म हाउस में पहुंचे.

8 से 10 राउंड किए फायर 

आरोपियों ने पहले ही पूरी प्लानिंग कर रखी थी. निराला और अंबरीश से 1.50 करोड़ रुपये की डीडी लेने के बाद आरोपियों ने दोनों को गोली मार दी. बताया जाता है कि करीब 8 से 10 राउंड फायर किए गए. दोनों की हत्या करने के बाद आरोपियों ने अपनी कार से पेट्रोल निकाला. फॉर्म हाउस परिसर में दोनों पर पेट्रोल डालकर जला दिया. इसके बाद अपनी कार में लाश डालकर तलेगांव परिसर में गए. यहां वर्धा नदी के पुल से शव नीचे फेंक दिए. वहीं अंबरीश और निराला के गायब होने से परिजन चिंतित थे. दोनों के फोन बंद थे. निराला के परिजनों की उनसे आखिरी बार बात तब हुई थी जब वह चिटणीस सेंटर में थे. इसीलिए उनके परिवार वालों ने सीताबर्डी पुलिस स्टेशन में जबकि अंबरीश के परिजनों ने सोनेगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत की. सीताबर्डी पुलिस को जांच के दौरान निराला की ओमकार और विशाल से बात होने का पता चला. दोनों की तलाश शुरू होने पर ओमकार के पुणे में होने का पता चला. पुलिस का दबाव बनता देख उसने विशाल की जानकारी दी. एक-एक कर सीताबर्डी पुलिस ने 5 आरोपियों को डिटेन कर लिया. आरोपी ही पुलिस को तलेगांव परिसर में ले गए. तलेगांव पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से अंबरीश का शव खोज निकाला लेकिन निराला का शव नहीं मिला. 

गर्लफ्रेंड के खाते में जमा करवाई रकम

जानकारी के अनुसार दोनों के शव को नदी में फेंकने के बाद आरोपी नागपुर आ गए. ओमकार ने निराला द्वारा दी गई डीडी अपनी गर्लफ्रेंड के खाते में जमा करवा दी और सीधे पुणे भाग गया. आरोपी विशाल पुंज बजरंग दल का कार्यकर्ता है. पिछले दिनों राजनीतिक मामलों को लेकर वह काफी सक्रिय था. दोनों ही संपन्न परिवारों से हैं. ओमकार ने काफी पैसा अय्याशी और जुआ में उड़ा दिया था. इस वजह से उस पर काफी कर्ज हो गया था. उसी ने विशाल और अन्य आरोपियों के साथ मिलकर इतना बड़ा षड्यंत्र रचा. कोंढाली पुलिस ने हत्या और सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज किया. सीताबर्डी पुलिस ने सभी आरोपियों को कोंढाली पुलिस के हवाले कर दिया.