नागपुर. इमामवाड़ा पुलिस ने गश्त के दौरान कार में घूम-घूम कर ड्रग्स बेचने वाले 2 विक्रेताओं को गिरफ्तार किया. उनसे 6.15 लाख रुपये की ड्रग्स और कार जब्त की गई है. उन्हें माल देने वाला आरोपी अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा है. पकड़े गए आरोपियों में वैष्णवी टावर, सिरसपेठ निवासी सुमित राजेंद्र परदेशी (32) और धीरज पुरुषोत्तम परदेशी (34) का समावेश हैं. फरार आरोपी सिरसपेठ निवासी सुमित गोपाल गायधने (30) बताया गया.
सुमित मूलत: जलगांव और धीरज पुलगांव का रहने वाला है. पिछले कुछ वर्षों से दोनों नागपुर में रह रहे थे. सुमित गायधने डेकोरेशन का व्यापार करता है. पहले उसे ड्रग्स की लत लगी. सेवन करते-करते उसने खुद ड्रग्स का धंधा शुरू कर दिया. सोमवार की रात 8 बजे के दौरान इमामवाड़ा के इंस्पेक्टर कमलाकर गड्डीमे, हेड कांस्टेबल गणेश घुगुलकर, अमित पात्रे, वीरेंद्र गुलरांधे, कांस्टेबल चंद्रशेखर डेकाटे और नीलेश हिंगणकर परिसर में गश्त कर रहे थे. सिरसपेठ के मनपा अध्ययन कक्ष के सामने पुलिस को एमए-03/एजेड-8279 नंबर की कार में 2 युवक संदेहास्पद गतिविधि में दिखाई दिए.
पुलिस ने दोनों को कार से उतारकर पूछताछ शुरू की. जिस तरह आरोपी घबरा रहे थे पुलिस का संदेह और बढ़ गया. कार की तलाशी लेने पर पुलिस को 14.3 ग्राम एमडी बरामद हुई. पंच के समक्ष दोनों की तलाशी ली गई. धीरज की तलाशी लेने पर 26.79 ग्राम ड्रग्स बरामद हुई. 6.15 लाख रुपये की ड्रग्स, कार और 2 मोबाइल फोन सहित 9.34 लाख रुपये का माल जब्त कर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया.
जांच के दौरान दोनों ने बताया कि गायधने उन्हें ड्रग्स उपलब्ध करवाता था. वह ट्रेन से मुंबई जाकर माल लाता था. बाद में छोटे विक्रेताओं के जरिए शहर में ड्रग्स की बिक्री होती थी. धीरज और सुमित के पकड़े जाने की जानकारी मिलते ही गायधने फरार हो गया. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है.