Dengue
File Photo

Loading

नागपुर. सिटी सहित जिले में डेंगू के बढ़ते आतंक ने कोहराम मचा रखा है. एक ओर जहां दर्जनों लोग पीड़ित हैं तो दूसरी ओर मौतें भी हो रही हैं. उधर  मनपा प्रशासन स्थिति नियंत्रण में होने का दावा कर रहा है. पिछले 15 दिनों में सिटी में किये गये सर्वेक्षण में 2,843 घरों में डेंगू का लार्वा मिला.

मनपा के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सिटी में 1 जनवरी से 30 अगस्त तक 3093 संदिग्ध मरीजों का पंजीयन हुआ. इनमें से 300 लोगों में डेंगू पाया गया. अधिकांश मरीज पिछले डेढ़ से दो महीने के भीतर मिलें. हालांकि पिछले महीने डेंगू से 6 से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है लेकिन मनपा का दवा है कि एलायझा जांच के बाद ही पुष्टि होगी.

अधिकांश पीड़ित प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती हैं. कई बस्तियों में बीमारी फैलने के बाद मनपा द्वारा ठोस उपाय योजना नहीं की जा रही है. दवा का छिड़काव करने वाले कर्मचारी भी दिखाई नहीं दे रहे हैं. मनपा का कहना है कि 17 अगस्त से 29 अगस्त के बीच सभी 10 जोन में 1,14,849 घरों का सर्वेक्षण किया गया. इनमें 2843 घरों में डेंगू के लार्वा और मच्छरों की पैदावार बढ़ी है. मनपा के पास केवल 10 डेंगू जांच उपकरण हैं. इस उपकरण से करीब 98 जांच की जाती है जबकि मनपा का दावा है कि सभी संदिग्धों की जांच की जा रही है. अब इतने साधन में सभी मरीजों की जांच हो रही है, यह सवाल बना हुआ है. 

मनपा का दावा, स्थिति नियंत्रण में

मनपा के अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल ने बुधवार को पत्र परिषद में बताया कि बारिश के बाद कई दिनों तक गैप होने से डेंगू के लिए पोषक माहौल बना है. इस वजह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है लेकिन मनपा द्वारा फव्वारनी, सर्वेक्षण सहित उपचार का कार्य किया जा रहा है. इस वजह से स्थिति नियंत्रण में है. जिन घरों डेंगू का लार्वा मिला है उन घरों के मालिकों व प्रतिष्ठान को नोटिस जारी किया गया है. इस कार्यवाही को और तेज किया जाएगा. मनपा के अस्पतालों में अब तक कोई भी डेंगू का मरीज भर्ती नहीं हुआ.