महाराष्ट्र: जानकारी हो कि महाराष्ट्र में एक अप्रैल से बिजली के दरों को बढ़ा दिया गया है। इसके पहले से ही महंगाई के कारण आम लोगों की जेब तेजी से खाली हो रही है। जी हां बता दें कि एक तरफ आरबीआई (RBI) ईएमआई, कर्ज पर ब्याज दर बढ़ा रहा है। इसलिए जेब पर खर्चे की कैची लगी हुई है। महंगाई दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। इसी तरह नागपुर वासियों को पानी के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। आइए जानते है पूरी खबर…
पानी का खर्चा बढ़ा
इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक, नागपुर में बिजली दरों में वृद्धि के बाद अब पानी की दरों में भी वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। इसलिए नागपुर के लोगों को पानी के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। इतना ही नहीं बल्कि यह नियम इसी महीने से ही लागू हो जाएगा।
इसलिए बढ़ाए पैसे
इस बारे में यह बताया गया है कि नागपुर नगर निगम से जलापूर्ति में 5 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी। चूंकि नागपुर नगर निगम को जल राजस्व का 40 प्रतिशत नहीं मिल रहा है, इसलिए नगर निगम ने घाटा भरने का फैसला किया है। इस तरह यह घाटा इस तरह वसूला जाएगा।
बिजली बिल भी बढ़े
बिजली कंपनियों और महावितरण ने अप्रैल महीने में टैरिफ में बढ़ोतरी की है। वहीं दूसरी ओर जलगांव में 67 हजार के घाटे को पूरा करने के लिए मई में एक बार फिर बिजली बिल बढ़ाए जाने की संभावना जताई जा रही है। महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग को 37 प्रतिशत टैरिफ वृद्धि का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है। अगर यह प्रस्ताव मान लिया जाता है तो जलगांव के नागरिकों को 37 प्रतिशत अधिक बिजली बिल का भुगतान करना होगा।