जमानत के बाद फरार, 22 वर्ष बाद गिरफ्तार, GRP क्राइम ब्रांच की कार्रवाई

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    नागपुर. लोहमार्ग पुलिस की स्थानीक अपराध शाखा ने 22 वर्षों से फरार ट्रेनों में चोरी के आरोपी को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी का नाम कोथा, तहसील इटारसी, जिला होशंगाबाद (मप्र) निवासी राजेश जयराम उमरे (50) बताया गया.

    राजेश पहले अपने साथी के मिलकर ट्रेनों में चोरियां करता था. वर्ष 2000 में उस पर जीआरपी नागपुर में चोरी का मामला दर्ज किया गया जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. हालांकि कुछ दिनों बाद जमानत मिल गई और वह जेल से रिहा गया. इसके बाद वह एक भी तारीख पर कोर्ट नहीं पहुंचा. काफी तलाश के बाद वह नहीं मिला तो उसे फरार घोषित कर दिया गया. 22 वर्ष बाद कोर्ट ने दोबारा उसकी गिरफ्तारी के आदेश दिये तो खोजबीन शुरू की गई.

    जीआरपी की क्राइम ब्रांच ने उसे जिला होशंगाबाद के घने जंगल वाले गांव कोथा से ढूंढ निकाला. पता चला कि वह यहां राजेश के बजाय राजाराम जयराम मेहरा के नाम से रह रहा है. उसे गिरफ्तार का नागपुर लाया गया और कोर्ट के समक्ष पेश किया गया.

    यह कार्रवाई जीआरपी पुलिस अधीक्षक एम. राजकुमार, अपर पुलिस अधीक्षक वैशाली शिंदे, उपविभागीय पुलिस अधिकारी अनंत तारगे के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच पीआई विकास कानपिल्लेवार के नेतृत्व में एपीआई प्रवीण भिमटे, प्रशांत उजवणे, राजेश पाली, अमित त्रिवेदी आदि द्वारा की गई.