नागपुर: जैसा कि हम बीते कुछ दिनों से देख रहे है पुरे भारत में जहां सब्जियों के दाम पहले से ही आसमान छू रहे हैं, वहीं नागपुर में मसालों के दाम बढ़ गए है। ऐसे में अब इस बढ़ती महंगाई से आम आदमी का रसोई का बजट चरमरा गया है। जी हां मंगाई इस कदर बढ़ रही है कि इसका असर अब मसालों पर भी देखने को मिल रहा है। जी हां ज्यादातर मसालों की कीमतें 50 से 80 फीसदी तक बढ़ गई हैं। स्थानीय व्यापारियों को संदेह है कि मांग और आपूर्ति में अचानक वृद्धि कुछ बड़े थोक विक्रेताओं द्वारा तय की गई जानबूझकर की गई मूल्य वृद्धि है।
बड़े व्यापारियों के घाटे को कवर…
जानकारी के लिए आपको बता दें कि पहले बड़ी इलायची 550 रुपये प्रति किलो थी, अब 1150 रुपये हो गयी है। वही मगज बीज जो 300 रुपये प्रति किलो था, अब 800 रुपये हो गया है। खसखस जो 1000 किलो था अब 1600 रुपये प्रति किलो हो गया है। दो महीने पहले जो जीरा 250 रुपये था, वह अब 700 रुपये प्रति किलो हो गया है। छोटी इलायची 1500 रुपये प्रति किलो थी, अब 2400 रुपये प्रति किलो है। लौंग पहले 750 रुपये किलो थी, अब 1000 रुपये किलो है।
मसाले | दो माह पहले की दरें | वर्तमान दरें |
बड़ी इलायची | 550 रुपये किलो | 1150 रुपये किलो |
मगज बीज | 300 रुपये किलो | 800 रुपये किलो |
खसखस | 1000 रुपये किलो | 1600 रुपये किलो |
जीरा | 250 रुपये किलो | 700 रुपये किलो |
छोटी इलायची | 1500 रुपये किलो | 2400 रुपये किलो |
लौंग | 750 रुपये किलो | 1000 रुपये किलो |
काली मिर्च | 500 रुपये किलो | 850 रुपये किलो |
2000 रुपये की नोटबंदी के बाद कुछ बड़े व्यापारियों को हुए घाटे को पूरा करने के लिए छोटे व्यापारी इस कृत्रिम मूल्य वृद्धि के सुर देख रहे हैं। ऐसे में अब इस बढ़ती महंगाई का सीधा असर लोगों के खर्चों पर हो रहा है।