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    नागपुर. नागपुर जिला मध्यवतीं सहकारी बैंक द्वारा किसानों के बकाया कर्ज के लिए उनकी संपत्ति की नीलामी प्रक्रिया विवाद में घिर गई है. प्रहार प्रमुख व पूर्व राज्यमंत्री बच्चू कड़ू ने मंगलवार को बैंक में दस्तक दी. इस अवसर पर कार्यकर्ताओं के साथ ही किसान भी मौजूद थे. कड़ू के आंदोलन से नीलामी प्रक्रिया रोक दी गई. इस संबंध में जिलाधिकारी, बैंक अधिकारी व किसानों के बीच बैठक ली जाएगी. इसके बाद ही अगली कार्यवाही की जाएगी. कड़ू ने चेतावनी दी है कि नीलामी में शामिल होने वालों के हाथ-पैर तोड़ देंगे. 

    किसानों से कर्ज वसूली को स्थगिति देने के लिए बच्चू कड़ू की ओर से आंदोलन किया गया. उन्होंने जिला मध्यवर्ती बैंक में 2003 में हुए 130 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच करने की मांग की है. घोटाले में शामिल विधायक सुनील केदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग रखी. दरअसल बैंक में बकाया कर्ज वसूली के लिए किसानों की संपत्ति की नीलामी की प्रक्रिया शुरू की. इसका विरोध करने के लिए ही कड़ू ने आंदोलन की शुरूआत की. उन्होंने बताया कि 2 लाख रुपये का कर्ज लेने वाले किसानों पर ब्याज सहित 42 लाख रुपये की वसूली दिखाई जा रही है. 

    300 किसानों को नोटिस 

    जिले के करीब 300 किसानों की संपत्ति की नीलामी की जानी है. इस संबंध में किसानों को नोटिस भी जारी किया गया है. वेणुबाई पाचपोहर के परिजन सागर वामनराव पाचपोहर ने विधायक कड़ू के पास शिकायत की थी. 2017 में छत्रपति शिवाजी महाराज सम्मान योजना के अंतर्गत 2 लाख रुपये तक कर्ज माफ किया गया था. तकनीकी कारणों से अनेक किसान कर्जमाफी योजना का लाभ नहीं ले सके. पश्चात कोरोना काल में पोर्टल बंद कर दिया गया. अब बैंक ने सीधे नीलामी की शुरुआत की है. इससे खेती पर निर्भर किसानों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी. कर्जमाफी का लाभ देने की मांग पाचपोहर परिवार ने कड़ू से की.