ग्राहकों के खातों से बैंक कर्मी ही उड़ा रहे थे रकम, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर ने दर्ज कराई शिकायत

    Loading

    नागपुर. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के आईटी डिपार्टमेंट में काम करने वाले इंजीनियर और सफाई कर्मचारी ही ग्राहकों के खातों से रकम उड़ा रहे थे. आरोपियों ने आपस में मिलकर ग्राहकों के खातों से ट्रांजेक्शन करके 20.88 लाख रुपये निकाल लिए. एक महिला ग्राहक द्वारा शिकायत किए जाने के बाद पूरा प्रकरण सामने आया. सदर पुलिस ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया रीजनल कार्यालय के मुख्य प्रबंधक की शिकायत पर आपराधिक षड्यंत्र सहित धोखाधड़ी की विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.

    आरोपियों में रामेश्वरी निवासी राहुल सूर्यवंशी (32), संजयनगर, शिक्षक कॉलोनी नरसाला निवासी सतीश खंगार (44) और पांढराबोड़ी निवासी आशीष एम. वाढ़वे (32) का समावेश है. बैंक द्वारा सभी कम्प्यूटरों के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी पुणे की एक कंपनी को दी गई है. इस कंपनी द्वारा ही राहुल को बैंक में आईटी इंजीनियर पद पर नियुक्ति दी गई, जबकि सतीश खंगार आईटी विभाग का मुख्य प्रबंधक है. वाढ़वे रामदासपेठ ब्रांच में सफाई का काम करता है.

    आईटी विभाग से जुड़े होने के कारण आरोपियों को सभी डिपार्टमेंट के कम्प्यूटरों में एक्सेस दिया गया था. आरोपियों ने 3 महिलाओं के बैंक खातों को एक्टिव करवाया. उनके खाते के लिए विड्रॉल स्लिप, चेक और फर्जी आधार कार्ड के जरिए पैसे निकाले. एक महिला के खाते से 4.80 लाख रुपये निकाले गए थे, जबकि उसने कोई ट्रांजेक्शन किया ही नहीं था.

    महिला द्वारा विभागीय कार्यालय में शिकायत करने पर जांच शुरू की गई. राहुल सूर्यवंशी द्वारा महिला के अकाउंट से व्यवहार करने की बात सामने आई. इसी तरह एक और महिला के खाते से रकम निकाली गई थी. उसमें वाढ़वे द्वारा विड्राल स्लिप भरकर पैसा निकाला गया था. सीसीटीवी फुटेज में पर्दाफाश होने के बाद उसने राहुल और सतीश खंगार के कहने पर पैसे निकालने की जानकारी दी.

    आरोपियों ने 3 महिलाओं के खाते से कुल 20.80 लाख रुपये निकाल लिए थे. पकड़े जाने के डर से राहुल ने कुछ रकम लौटा भी दी लेकिन बाकी रकम सतीश पचा चुका था, इसीलिए प्रकरण की शिकायत पुलिस से की गई.