(फाइल फोटो)
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नागपुर. यशोधरानगर थाना क्षेत्र में चल रहे अवैध कत्लखानों पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज सीपी अमितेश कुमार ने क्राइम ब्रांच को कार्रवाई के आदेश दिए. डीसीपी सुदर्शन मुमक्का के मार्गदर्शन में यूनिट-3 की टीम ने 3 जगहों पर छापेमारी की. बड़ी संख्या में गौवंश भी जब्त किए गए. सीपी को इसी तरह की  कार्रवाई क्राइम ब्रांच के यूनिट-5 से अपेक्षित थी लेकिन उसने एक्शन नहीं लिया, इसीलिए सीपी ने यूनिट-5 के इंस्पेक्टर किशोर पर्वते सहित पूरे स्टाफ को हेड क्वार्टर रवाना कर दिया.

यशोधरानगर पुलिस पर भी गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है. बताया जाता है कि यशोधरानगर थाना क्षेत्र के अलग-अलग इलाके में गौ तस्करी और गौवंश काटने के अवैध कत्लखाने शुरू होने की शिकायत सीपी को मिल रही थी. उन्होंने क्राइम ब्रांच के यूनिट-5 और यशोधरानगर पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. आखिर रविवार को क्राइम ब्रांच के यूनिट-3 को कार्रवाई के निर्देश दिए गए. घनी आबादी वाले इलाकों में पुलिस को कार्रवाई करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. सबसे पहले आरिफ उर्फ बाबा कुरैशी और सोनू मुश्ताक कुरैशी पर कार्रवाई की गई. उनसे 24 गौवंश और माल वाहन जब्त किया गया.

इसके बाद टीपू सुलतान चौक के समीप नजीम शेख अहमद कुरैशी (26), शेख अहमद इब्राहिम कुरैशी (63) और एकतानगर, वांजरा लेआउट निवासी मोहम्मद फिरोज करीम अंसारी (38) पर कार्रवाई की गई. उनसे 10 गायें और ऑटो रिक्शा जब्त किया गया.  इसके बाद अकरम वकील और हैदर के कत्लखाने पर छापा मारा गया. यहां से 19 गौवंश और करीब 1,000 किलो गौमांस जब्त किया गया. यूनिट-3 द्वारा एक साथ 3 जगहों पर छापेमारी करके 53 गौवंश की जान बचाई गई.

वहीं यूनिट-5 और यशोधरानगर पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण सीपी भड़क गए. सभी अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. यूनिट-5 के अधिकारी और कर्मचारियों को हेड क्वार्टर में संलग्न करने के आदेश दिए. यशोधरानगर के थानेदार विश्वनाथ चव्हाण और थाने में तैनात डीबी स्क्वाड पर भी एक्शन लिया जा सकता है. वैसे बताया जाता है कि जिस समय यूनिट-3 की छापेमारी चल रही थी उस समय यूनिट-5 की टीम  भी एक कत्लखाने पर कार्रवाई कर रही थी. यूनिट-5 द्वारा भी गौमांस पकड़ा गया है.