2024 में भाजपा की विजय निर्विवाद : देवेंद्र फडणवीस

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  • चुनाव नहीं लड़ेंगे आशीष देशमुख : बावनकुले
  • भाजपा में किया प्रवेश, कोराडी में हुआ कार्यक्रम

कोराडी. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 9 वर्षों का कार्यकाल अत्यंत पारदर्शक व भारत को तीव्र गति से विकास की दिशा में ले जाने वाला रहा है. वर्ष २०२४ के लोकसभा चुनाव में भाजपा की विजय निर्विवाद है. मोदी की विकास गंगा के चलते देश में मोदी विरोधियों द्वारा अपना नेता ही तय करना संभव नहीं हो पा रहा है. मविआ अब केवल बची हुई शिवसेना रह गई है. असली शिवसेना हमारे साथ है. आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव में भाजपा-सेना युति की शानदार विजय होगी. इसके लिए कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए विकास कार्यों को घर-घर तक पहुंचाएं.

राज्य सरकार किसान, खेत मजदूर, गरीब व सर्वसामान्य के साथ है. फडणवीस ने नागपुर जिले को पूर्ण भाजपामय करने के लिए कार्यकर्ताओं से काम पर लगने का आह्वान भी किया. वे पूर्व विधायक आशीष देशमुख के भाजपा प्रवेश के अवसर पर कोराडी में आयोजित कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने बताया कि इसके पूर्व आशीष देशमुख ने सावनेर क्षेत्र से चुनाव लड़ा, वहां हम कमजोर पड़ गये. देशमुख ने ओबीसी के संदर्भ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विरोध में अपनी सक्षम भूमिका रखी. ओबीसी के संबंध में उनकी भूमिका का हम स्वागत करते हैं. 

फडणवीस ने कहा कि देशमुख बिना किसी लालच के भाजपा में आए हैं. श्रद्धा व सबुरी की सलाह स्वीकार कर वे भाजपा में आए हैं एवं आजीवन वे भाजपा में ही रहेंगे, ऐसा विश्वास है.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, जिलाध्यक्ष अरविंद गजभिये, प्रवीण दटके, राजीव पोतदार, विधायक टेकचंद सावरकर, कृष्णा खोपड़े, अशोक धोटे, मोहन मते, गिरीश व्यास, मिलिंद माने, सुधीर पारवे, चरणसिंग ठाकुर, सुदर्शन निमकर, अनिल निधान, अशोक मानकर, मल्लिकार्जुन रेड्डी, राजेश रंगारी, नरेंद्र धानोले आदि प्रमुखता से उपस्थित थे. 

मविआ सरकार ने OBC पर अन्याय किया : बावनकुले

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि राज्य में पूर्व की महाविकास आघाड़ी सरकार ने ओबीसी पर अन्याय किया परंतु केंद्र सरकार ने ओबीसी को संविधानिक दर्जा दिया. भाजपा-सेना सरकार ने ओबीसी के लिए मंत्रालय देकर राजनीतिक आरक्षण का मार्ग खुला किया. उन्होंने कहा आशीष देशमुख की ओबीसी के संदर्भ में अत्यंत ठोस भूमिका है. 

आशीष ने दिखाया साहस

बावनकुले ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा, यह कहने के लिए काफी बड़ी हिम्मत लगती है. पूर्व में यह हिम्मत डॉ. राजीव पोतदार ने दिखाई थी. उनके बाद अब आज आशीष देशमुख ने वही साहस दिखाया है. उन्होंने कहा कि देशमुख ने उन्हें कहा है कि वे वर्ष 2024 में होने वाला चुनाव नहीं लड़ेंगे.