नागपुर. परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते एक सुशिक्षित युवक बाइक चोर बन गया. हालांकि सीसीटीवी रिकॉर्डिंग की मदद से पुलिस ने उसे दबोचा. आरोपी का नाम हैदरी रोड मोमिनपुरा निवासी सैयद गुफरान सैयद निजाम (26) बताया गया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने चोरी की गई 8 दोपहिया वाहन बरामद किये. जब्त वाहनों की कुल कीमत 3,75,000 बताई गई. वह वाहन चोरी के बाद इन्हें ओएलएक्स पर बेच दिया करता था. जानकारी के अनुसार सुरेंद्रगढ़, गिट्टीखदान निवासी अजय प्रसादीलाल यादव (39) ने अपनी बाइक (एमएच-31/एफएच-5444) मेयो हॉस्पिटल की पार्किंग में रखी थी. 20 फरवरी को दोपहर करीब 1.30 बजे किसी ने उनकी बाइक चोरी कर ली. वह मेयो में भर्ती अपने रिश्तेदार को देखने के लिए पत्नी के साथ आया था. बाइक चोरी होने की बात समझ आते ही उन्होंने तहसील पुलिस में मामला दर्ज कराया.
चुनता था भीड़भाड़ वाला एरिया
गुफरान ने बीएससी तक की पढ़ाई की है परिवार में एक बड़ा भाई और छोटी बहन है. उसके माता-पिता दोनों बीमारी से ग्रस्त हैं. घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते ही गुफरान ने चोरी का यह रास्ता अपनाया. वह पिछले एक साल से दुपहिया गाड़ियों को चुरा रहा था. आरोपी भीड़भाड़ वाली जगहों को टारगेट कर वहां अपनी दुपहिया गाड़ी से जाता था और जिस गाड़ी को चुराना होता उसी के बगल में अपनी गाड़ी खराब होने का बहाना कर खड़ा कर देता. फिर डुप्लीकेट चाबी की मदद से गाड़ी को चुराकर अपने घर लाकर रख देता था. बाद में उसी जगह दोबारा जाकर अपनी गाड़ी भी ले आता था.
CCTV रिकॉर्डिंग से मिला सुराग
मेयो से दोपहिया चोरी करते हुए आरोपी सीसीटीवी कैमरे में दिखाई दिया था. सुराग मिलने पर पुलिस उसे ट्रैक करते हुए उसके घर तक जा पहुंची. उसकी निशानदेही पर अभी तक चोरी के 8 दोपहिया वाहन बरामद किए. गुफरान ने इन्हें तहसील, गणेशपेठ और मानकापुर पुलिस थाना क्षेत्रों से चुराया था. खास बात है कि वह चोरी किये वाहनों की नंबर प्लेट बदल कर उन्हें ओएलएक्स पर बेच दिया करता था. चोरी के वाहनों में से एक को उसने कामठी और दूसरी को भंडारा में बेचा था. 3 बाइक उसके घर पर ही मिली. यह कार्रवाई डीसीपी जोन 3 गोरख भामरे के मार्गदर्शन में पीआई अनिरुद्ध पूरी, विनायक गोल्हे, संदीप बागुल, राजेश सिंह ठाकुर, शंभू सिंह किरार, यशवंत डोंगरे, पंकज निकम, पंकज बागड़े आदि द्वारा पूरी की गई.