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नागपुर. वर्तमान में कोरोना वायरस शहरों के साथ-साथ गावों में भी फ़ैल रहा है। इस बीच देश में कुछ रियायतों के साथ पांचवां लॉकडाउन शुरू है। हालांकि इस लॉकडाउन में लोगों को कन्टेंटमेंट ज़ोन के अलावा काफी ढील दी गई है। सभी दुकान, उद्योग खुले किये गए है। लेकिन पांचवें लॉकडाउन के दौरान राज्य में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते दिखाई दे रहे है। इस बीच प्रशासन के सामने कई चुनौतियां आई है। लॉकडाउन के दौरान नवभारत ने अपने पाठकों के लिए कोरोना से पैदा हुई हर चुनौतियों से अवगत कराने का प्रयास किया। इसके लिए राज्य के बड़े-बड़े राजनीतिज्ञों को नवभारत ई-चर्चा के माध्यम से रूबरू कराया। इस बार भी ऐसी ही एक महान हस्ती आपके साथ जुड़ेगी। राजनीति में उनका जाना माना नाम है। जो वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष है। चंद्रकांत पाटिल, ‘कोविड के पश्चात्: प्रशासनिक चुनौतियां’ विषय पर 13 जून दोपहर 4 बजे, नवभारत ‘ई-चर्चा’ कार्यक्रम में, नवभारत के फेसबुक पेज पर लाइव होंगे। तो आइए जानते विस्तृत से श्री चंद्रकांत पाटिल के बारे में।

श्री चंद्रकांत दादा पाटिल का जन्म मुंबई में एक मराठी परिवार में 10 जून 1959 हुआ। उन्होंने अपनी 18 साल की आयु में देशसेवा करने का संकल्प किया था। चंद्रकांत पाटिल ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में 13 वर्ष काम किया। उनके संघठन कौशल और समर्पित दृष्टिकोण के कारण, संघठन ने उन्हें एबीवीपी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में नियुक्त किया। भाजपा ने चंद्रकांत पाटिल पर संगठनात्मक कार्य की जिम्मेदारी सौंपने के बाद, उन्होंने कोल्हापुर, सांगली और सतारा जिलों में पार्टी को व्यवस्थित रूप से विस्तारित किया। जिसके बाद, 2008 में वह पहली बार पुणे स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद के लिए चुने गए। 2014 में दूसरी बार विधायक बनने के बाद पाटिल को भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। साथ ही उन्हें कैबिनेट में जगह मिल गई। इसलिए महाराष्ट्र में समाज में एक लोकप्रिय और अनुभवी व्यक्तिमत्व के रूप में चंद्रकांत पाटिल की पहचान है। 

चंद्रकांत पाटिल उर्फ दादा पाटिल 2004 से सक्रिय रूप से राजनीति में शामिल हुए। वे भारतीय जनता पार्टी के एक प्रमुख सदस्य हैं। 2004 में वह महाराष्ट्र यूनिट के महासचिव थे। पाटिल 2014 से महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री हैं और सहकारिता, विपणन, कपड़ा और लोक निर्माण विभाग के प्रमुख थे। जुलाई 2016 से उन्होंने राजस्व, राहत और पुनर्वास और लोक निर्माण (सार्वजनिक उपक्रमों को छोड़कर) मंत्री रहे हैं। जुलाई 2019 में, उन्हें भारतीय जनता पार्टी के महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।

कैबिनेट मंत्री के रूप में चंद्रकांत पाटिल ने हमेशा त्वरित निर्णय लेने और इसके प्रभावी कार्यान्वयन पर ध्यान दिया और हमेशा जनहित के बारे में सोचा। इसमें राज्य में बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना, किसानों के जीवन स्तर में सुधार करना, राज्य सरकार को पर्यावरण के अनुकूल बनाना, राज्य की डिजिटल अर्थव्यवस्था में योगदान करना, पर्यटन क्षेत्र में रोज़गार के अधिक अवसर पैदा करना और गांवों को सशक्त बनाना यह उनके उद्दिष्ट है। साथ ही उनकी उपलब्धियों की सूची में ‘पत्रकारों के लिए पेंशन योजना की घोषणा’, ‘शहीदों को समर्पित’ भारत के वीर’ पहल में योगदान और किसानों को लाभान्वित करने के लिए कर्ज माफी योजना’ जैसे कई योजनाए शामिल है।