Bribery
रिश्वतखोरी

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नागपुर. जमीन का नामांतरण करने की एवज में रिश्वतखोरी करने वाले सिटी सर्वे के कर्मचारी को एसीबी की टीम ने 5,000 रुपये बतौर रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा. इस कार्रवाई से नगर भूमापन कार्यालय में हड़कंप मच गया. उल्लेखनीय है कि सिविल लाइंस की प्रशासकीय इमारत क्र. 1 में नगर भूमापन क्र 3 का कार्यालय है.

इसी इमारत के पहले माले पर एंटी करप्शन ब्यूरो का भी कार्यालय है. बावजूद इसके सिटी सर्वे में खुलेआम रिश्वतखोरी चलती है. हर काम के लिए दलालों के मार्फत या सीधे आवेदक से पैसे मांगे जाते हैं. बुधवार को पकड़ा गया आरोपी प्रकाश बालकृष्ण निंदेकर (46) बताया गया. वह सिटी सर्वे में परीरक्षण भूमापक है.

झिंगाबाई टाकली परिसर में रहने वाले शिकायतकर्ता का मकान माता-पिता के नाम पर था. संपत्ति में अपना नाम चढ़वाने के लिए उन्होंने सिटी सर्वे कार्यालय में आवेदन दिया था. निंदेकर ने उनका काम करवाने की एवज में 5,000 रुपये की रिश्वत मांगी. उन्होंने तुरंत एसीबी कार्यालय में जाकर शिकायत की. रिश्वत की डिमांड का वेरिफिकेशन किया गया. निंदेकर को पकड़ने के लिए उसके कार्यालय में ही जाल बिछाया गया.

जैसे ही उसने शिकायतकर्ता से रुपये लिए, एसीबी की टीम ने दबोच लिया. उसके खिलाफ सदर थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है. एसपी राहुल माकणीकर, एडिश्नल एसपी मधुकर गीते और डीवायएसपी महेश चाटे के मार्गदर्शन में डीवायएसपी अनामिका मिर्जापुरे, इंस्पेक्टर प्रवीण लाकड़े, कांस्टेबल सारंग बालपांडे, गीता चौधरी, आशू श्रीरामे, करुणा सहारे, अस्मिता मेश्राम और अमोल भक्ते ने कार्रवाई की. उसे गुरुवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा.