Two sub-inspector line spot charged for assault with youth
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    नागपुर. तीसरी लहर में कोरोना का कहर भले ही कम हो लेकिन संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है. इसका उदाहरण पुलिस विभाग में देखा जा सकता है. पिछले 15 दिनों में सिटी के 10 प्रश पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. सिटी पुलिस की स्ट्रेंथ 8,500 की है. कोरोना से प्रभावित हुए पुलिसकर्मियों का आंकड़ा 850 के करीब पहुंच गया है. विभाग में तेजी से पैर पसार रहे कोरोना वायरस को लेकर आला अधिकारी भी चिंतित हैं. अच्छी बात ये है कि अब पुलिसकर्मी स्वस्थ भी हो रहे हैं और वापस ड्यूटी पर लौट रहे हैं.

    दैनिक कार्य में पुलिसकर्मियों को हर तरह के लोगों से जूझना पड़ता है. चाहे अपराधी को पकड़ना हो या उसकी मेडिकल जांच. थाने में आने वाले हर व्यक्ति की समस्या सुननी पड़ती है. कोर्ट हो या वीआईपी बंदोबस्त, हर जगह पुलिस डटी रहती है. दिनभर थाने में लोगों की आवाजाही लगी रहती है. ऐसे में विभाग में संक्रमण फैलना स्वाभाविक ही है लेकिन अच्छी बात ये है कि संक्रमित पाए गए पुलिसकर्मियों में सर्दी-खांसी और बुखार जैसे मामूली लक्षण हैं. 

    दिया जा रहा बूस्टर डोज

    वैक्सीन के दोनों डोज दिए जा चुके हैं. साथ ही बूस्टर डोज देने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. करीब 800 पुलिसकर्मी बूस्टर डोज भी ले चुके हैं. इसीलिए कोई भी ज्यादा प्रभावित नहीं हुआ है. सोमवार को शहर में 52 पुलिसकर्मी पॉजिटिव पाए गए. लगभग रोजाना 30 से 50 के बीच आंकड़ा सामने आ रहा है. 80 पुलिसकर्मी स्वस्थ होकर ड्यूटी पर लौट चुके हैं. पुलिस अस्पताल के वैद्यकीय अधिकारी डॉ. संदीप शिंदे ने बताया कि पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार रोजाना अपडेट ले रहे हैं और सभी को दवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं. वायरस से बचने के लिए केवल मास्क और सैनिटाइजर ही कारगर उपाय हैं. जो लोग नियमित रूप से इसका पालन कर रहे हैं उन्हें कोई दिक्कत नहीं हो रही.

    ग्रामीण क्षेत्र में 124 हुए संक्रमित

    अब तक सिटी पुलिस में ही कोरोना संक्रमण के ज्यादा मामले आ रहे थे लेकिन अब ग्रामीण पुलिस में भी संक्रमण बढ़ रहा है. पहले 2-3 मामले सामने आ रहे थे लेकिन अब संख्या बढ़ रही है. ग्रामीण पुलिस विभाग में अब तक 124 अधिकारी और कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. सभी को कोविड नियमों का पालन करने को कहा गया है. बाधितों को होम आईसोलेशन पर ही रखा गया है.