नागपुर. महावितरण के खिलाफ इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रेक्टर्स एसोसिएशन और बेरोजगार इंजीनियरों ने मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि महावितरण काम कराने का रेट बढ़ाए अन्यथा सभी ठेकेदार सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे. इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रेक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष देवा ढोरे ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि सभी ठेकेदार महावितरण के डीपीडीसी, एचवीडीएस, ब्रेकडाउन मेंटेनेंस वर्क करते हैं.
इन कार्यों के लिए वर्ष 2019-20 पुराने रेट से पेमेंट किए जाते हैं, जबकि कोरोना संकट के बाद से मार्केट में सीमेंट, कॉपर, एल्युमीनियम आदि के रेट करीब 40 प्रतिशत बढ़ गए हैं. ऐसे में पुराने रेट पर काम करना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि बेरोजगार इंजीनियरों से जबरन काम कराया जा रहा है. बेरोजगार इंजीनियरों पर दबाव बनाया जा रहा है कि यदि वे काम नहीं करते हैं तो उन्हें भविष्य में महावितरण का काम नहीं करने दिया जाएगा.
उन्होंने महावितरण पर भेदभाव करने का आरोप भी लगाया. एसोसिएशन के सचिव अनिल मनापुरे ने कहा कि बिजली ठेकेदारों ने विभिन्न योजनाओं के तहत काम किया था, उनके पेमेंट अभी तक नहीं किए गए हैं. उन्होंनें कहा कि इस सबंध में कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है.
यदि 21 फरवरी तक हमारी मांग नहीं पूरी हुई तो सभी ठेकेदार सड़क पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे. पत्रकार वार्ता के दौरान एसोसिएशन के उपाध्या रमेश कनेजिया, राजेश पंजवानी, सुनील उल्हे, रवींद्र देशमुख, नरेंद्र पहाड़े, कमलाकर राऊत, प्रशांत पिंगले, अशोक पराड सुशिक्षित बेरोजगार संगठन के प्रतिनिधि मौजूद थे.