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नागपुर. राणाप्रतापनगर थाने में 3 दिन पहले दर्ज हुए ठगी के मामले में सनसनीखेज ट्विस्ट सामने आ गया है. जिस विक्रांत एक्सचेंज पर पुलिस ने छापा मारा था वह ग्रुप केवल ठगी ही नहीं, क्रिकेट सट्टा और हवाला कारोबार से भी जुड़ा है. छापेमारी में पुलिस ने 58.36 लाख रुपये बरामद किए थे, इसीलिए पुलिस अब विक्रांत एक्सचेंज की पूरी कुंडली खंगालने में जुट गई है. डीसीपी जोन-1 अनुराग जैन ने बताया कि इस मामले में अब तक 8 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. पकड़े गए आरोपियों में सतनामीनगर चौक निवासी रोहित प्रल्हाद पटेल (43), क्वेटा कॉलोनी निवासी अर्जुन चंदू राठौड़ (23), धर्मेंद्र अकोबा वाला (21), नीलेश मनुप्रसाद देवे (36), विष्णु क्रिष्णादास पटेल (58), विरमसिंह जयवंतसिंह राठौड़ (25), विक्रमसिंह धनाजी वाघेला (21) और जोरूबा जेलुसी वाघेला (51) का समावेश है. उन्होंने बताया कि साहिल चौहान (24) नामक युवक को इंस्टाग्राम पर ‘विक्रांत एक्सचेंज इंड’ नामक पेज दिखाई दिया जिसमें आकर्षक ब्याज का झांसा दिया गया था. 

3 दिन में 3 प्रश ब्याज का झांसा

संपर्क करने पर आरोपियों ने बताया कि रकम निवेश करते ही 3 दिन में 3 टका (प्रतिशत) ब्याज मिलेगा. साहिल ने अपने दोस्त शुभम को भी इस बारे में बताया. दोनों ने आरोपियों के पास पैसे जमा करने शुरू कर दिए. कुछ दिन उन्हें ब्याज भी मिलता रहा. बाद में आरोपी ब्याज देने में आनाकानी करने लगे. रकम वापस मांगने पर ज्यादा रुपयों की मांग करते थे. साहिल ने पुलिस से शिकायत की. जिन नंबरों से फोन आए थे उनके लोकेशन खंगाले गए. साथ ही रकम देने का झांसा देकर कुछ आरोपियों को मिलने बुलाया गया. डीसीपी जोन-1 और जोन-3 के दस्तों ने राणाप्रतापनगर पुलिस के साथ मिलकर क्वेटा कॉलोनी स्थित फ्लैट पर छापा मारा. पुलिस को अन्य आरोपी इलेक्ट्रॉनिक मशीनों पर नोटों की गिनती करते दिखाई दिए. इतनी मोटी रकम देखकर पुलिस भी चौंक गई. सभी को हिरासत में लिया गया.

बैंक खातों की जानकारी जुटा रही पुलिस

जैन ने बताया कि पकड़े गए 8 आरोपियों में से 3 फ्लैट में हाउसकीपिंग आदि काम करते हैं, इसीलिए उन्हें भविष्य में राहत मिल सकती है. अन्य 5 रैकेट के मास्टर माइंड के लिए काम कर रहे थे. आर्थिक लेन-देन मुरे गृह उद्योग और विक्रांत एक्सचेंज इंड नाम के खाते से हो रहा था, इसीलिए पुलिस दोनों ही खाता धारकों का पता लगा रही है. रविवार को बैंक बंद होने के कारण पुलिस को ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है. प्राथमिक जांच में हवाला की ही जानकारी सामने आई है. पुलिस ने बैंकों को पत्र लिखकर सभी लेन-देन की जानकारी मांगी है. जल्द ही रैकेट के सरगना भी पुलिस के हाथ लग जाएंगे. जैन के मार्गदर्शन में एसीपी अशोक बागुल, पीआई मंगेश काले, हरीशकुमार बोराड़े, अमिता जयपुरकर, पीएसआई गणेश मुंढे और उनकी टीम ने कार्रवाई की. 

क्रिकेट बेटिंग के लिए बनाया कार्यालय

विक्रांत एक्सचेंज का मुख्य धंधा क्रिकेट बेटिंग होने की जानकारी मिली है. इंस्टाग्राम के जरिए इसका प्रचार किया जाता है. सट्टा खेलने वालों को बाकायदा पैसे लेकर आईडी दी जाती है. इस आईडी के जरिए लोग क्रिकेट मैच पर बेटिंग करते हैं. जानकारी मिली है कि विक्रांत एक्सचेंज के संचालक ने अलग-अलग शहरों में अपना नेटवर्क बनाया है. इसी तरह क्वेटा कॉलोनी स्थित फ्लैट में भी कार्यालय खोला गया. यहीं से आर्थिक लेन-देन किया जाता था. पिछले 9 महीनों से नागपुर शहर में उनका गोरखधंधा चल रहा था.