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नागपुर. अपराधियों द्वारा दूकानदारों और हॉकरों से हफ्ता वसूली के कई मामले सामने आते रहते हैं. शिकायत करने पर पुलिस कार्रवाई भी करती है लेकिन बजाजनगर थाने में कुछ कर्मचारियों ने तो अपराधी को ही अपना वसूली एजेंट बना लिया है. पुलिस के इस दलाल ने पूरे आईटी पार्क परिसर में अपनी दहशत बना रखी है. अपने साथ-साथ पुलिस के लिए भी वसूली कर रहा है. बोरकर नामक इस अपराधी का बड़ा भाई पहले पुलिस के लिए वसूली का काम करता था. अब वह अवैध साहूकारी में लोगों का खून चूस रहा है और वसूली का काम छोटे भाई को दे दिया है. दूकानदारों का कहना है कि पूरे आईटी पार्क परिसर में इन भाइयों की दहशत है.

वीएनआईटी और आईटी पार्क पर खाद्य पदार्थों के 70 से 80 फूड स्टॉल लगते हैं. वीएनआईटी का परिसर बजाजनगर और आईटी पार्क का परिसर प्रतापनगर थाना क्षेत्र में आता है. तुकड़ोजीनगर परिसर में बोरकर बंधुओं के मकान है. बोरकर की गैंग फूड स्टॉल लगाने वालों को धमकाते हैं. एक-एक दूकानदार से महीने में 3,000 से 3,500 रुपये वसूले जाते हैं. सड़क की दोनों तरफ लगने वाली दूकानों में वसूली की जाती है जो पैसे नहीं देता उसकी दूकान नहीं लगने देते. दोनों थानों के कुछ कर्मचारियों ने इन्हें अपने लिए वसूली करने का काम सौंपा है.

दूकानदारों का कहना है कि सांठ-गांठ होने के कारण अपनी शिकायत पुलिस से भी नहीं कर सकते. उनके खिलाफ कोई भी कुछ बोलता है तो तुरंत खबर लग जाती है और धमकाया जाता है. कुछ महीने पहले बोरकर बंधु बस्ती में ही जुआ क्लब चला रहे थे. डीसीपी जोन 1 के स्क्वाड द्वारा छापा मारे जाने के बाद उनका जुआ क्लब बंद हो गया.

अवैध धंधों से पैसा जमा करके एक भाई लोगों को ब्याज पर पैसा बांटता है. जरा भी देर होने पर 10 से 20 प्रश का फाइन वसूला जाता है. लोग ब्याज चुकाते-चुकाते थक जाते हैं और रकम जितनी की उतनी रह जाती है. वह कोरे स्टैंप पेपर पर लोगों के हस्ताक्षर लेकर घर और प्रापर्टी लिखवा लेता है. दोनों भाइयों की परिसर में इतनी दहशत है कि न तो दूकानदार आला अधिकारियों से शिकायत करते हैं और न स्थानीय नागरिक हिम्मत करते हैं.