रामटेक (सं.). शहर के झंडा चौक, राधाकष्णन वार्ड में एक छह माह की बच्ची की डेंगू से मौत होने से हड़कंप मच गया हैं. बताया गया हैं कि सफाई के अभाव में रामटेक शहर और तहसील में इन दिनों डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है और क्षेत्र के नागरिक बड़ी संख्या में डेंगू की चपेट में आ रहे है.
प्राप्त जानकारी अनुसार 29 अगस्त को शहर के झंडा चौक, राधाकृष्णन वार्ड के 30 वर्षीय सुनील भोयर की 6 माह की बेटी भार्गवी को तेज बुखार के चलते मंगलवार की सुबह स्थानीय एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उसकी डेंगू टेस्ट पॉजिटिव पाई गई. चूंकि वे उपचार का खर्च वहन नहीं कर सकते थे, इसलिए उन्होंने उसे उपजिला अस्पताल रामटेक में भर्ती कराया. ग्रामीण अस्पताल रामटेक में उसकी हालत बिगड़ने पर उसे मंगलवार की रात 11.30 बजे के दरम्यान उपचारार्थ नागपुर रेफर कर दिया गया.
नागपुर जाते समय बीच रास्ते में उसकी हालत बहगड़ने से उसे बीच में ही कामठी के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां अस्पताल प्रबंधन ने उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया गया. इस बीच उसकी मौत हो गई. वह सुनील की इकलौती बेटी थी. डेंगू से हुई मौत से रामटेक शहर में हडकंप मच गया है. बुधवार को सुबह मृतका पर अंतिम संस्कार किया गया. बच्चीं की मौत से नगर प्रशासन सख्ते में आ गया हैं. क्योंकि इस समय उपजिला अस्पताल रामटेक तथा शहर के आसपास के निजी अस्पताल और ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में डेंगू के मरीज पाए जा रहें हैं.
कई मरीज डेंगू के प्रथम स्टेज में पॉजिटिव पाए जा रहें हैं.मंगलवार और बुधवार को शहर के समीपस्थ मानापुर,भोजापुर गांव के दस से बारह गैस्ट्रों के मरीज उपजिला अस्पताल में भर्ती थे. रामटेक शहर के गेस्ट्रो के मरीज भी रोजाना अस्पताल पहुंचने की जानकारी है. ग्रामीण क्षेत्र के 5 प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में भी रोजाना डेंगू के प्राथमिक स्टेज के मरीज भर्ती हो रहें हैं.
तहसील स्वास्थ अधिकारी डॉ.चेतन नाईकवार ने बताया कि डेंगू और गेस्ट्रो के बढ़ने का कारण गंदगी और प्रदूषित अथवा बगैर क्लोरिनेशन का पानी पीना हैं. इस संबंध में पूछे जाने पर रामटेक नगर परिषद की मुख्याधिकारी पल्लवी राऊत ने कहा कि मच्छरों पर नियंत्रण के लिए रामटेक क्षेत्र में सफाई पर ध्यान दिया जा रहा हैं.