Bird Flu

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  • चौपट हुआ चिकन और अंडे का करोबार
  • रेस्टोरेंट्स और ढाबे में कम हुई चिकन की डिमांड

नागपुर. शहर में फैली बर्ड फ्लू की दहशत ने चिकन और अंडा खाने वालों को जहां चिंता में डाल दिया है, वहीं कारोबारियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. नॉनवेज फूड से जुड़े कारोबार पर भी अब इसका असर साफ नजर आने लगा है. चिकन सेंटर से चिकन की डिमांड जहां एकदम से गिर गई है, वहीं अंडे खाने में भी लोग पीछे हट रहे हैं. इसके चलते चिकन और अंडे के दाम कम हो गए. बीते 2 दिनों से अंडे की बिक्री लगातार गिरती जा रही है. अंडे की खपत आधी से भी कम हो गई है. डिमांड नहीं होने की वजह और नुकसान से बचने के लिए कारोबारी अंडा बहुत कम मंगा रहे हैं.

बिक्री में आई गिरावट  

बर्ड फ्लू की जानकारी मिलते ही लोगों ने चिकन खाना छोड़ दिया है, जिससे बिक्री में काफी अधिक गिरावट आई है. विक्रेताओं के अनुसार रेट कम करने के बाद भी लोग चिकन से दूरी बना रहे हैं. 500 रुपये प्रति सैकड़ा चलने वाला अंडा भी 460 रुपये पर आ गया है. विक्रेता बताते हैं कि चिकन की डिमांड ही नहीं है इसलिए सस्ते में मिलने के बाद भी हम अभी माल नहीं खरीद रहे हैं. अब तो हालत यह है कि जो माल हमारे पास पहले से रखा हुआ था, वह भी मुश्किल से बिक रहा है. चिकन खरीदने वाले ग्राहक आ ही नहीं रहे हैं. कई जगह चिकन के रेट 200 रुपये प्रति किलो से नीचे आ गये हैं.

ठेले वालों ने भी कम कर दी मांग

जानकारी के मुताबिक ठेलों पर आमलेट बनाने वालों ने भी अंडों की मांग कम कर दी है. वे लोग भी चार क्रेट की जगह अब एक से ज्यादा नहीं बेंच पा रहे हैं. दहशत के कारण बड़े कारेाबारी भी बर्ड फ्लू को लेकर परेशान हैं. पहले जो 10 से 15 क्विंटल चिकन बिक रहा था वह अब तक 7 से 8 क्विंटल पर आ गया है. यह हाल तब है जब मुर्गे का रेट भी घटा दिया गया है. हालांकि कुछ व्यापारी बताते हैं कि शहर में बर्ड फ्लू का कोई असर नहीं है. 

ढाबों और रेस्टोरेंट्स से कम हुई ग्राहकों की संख्या

बर्ड फ्लू का असर नॉनवेज परोसने वाले रेस्टोरेंट्स और ढाबों पर भी देखा जा रहा है. इनमें ग्राहकों की संख्या कम हो गई है. कुछ रेस्टोरेंट के संचालकों के अनुसार वैसे तो हर वर्ष कहीं न कहीं बर्ड फ्लू का हल्ला मचता है और कई तरह की अफवाहें भी उड़ती हैं लेकिन यह बस हो-हल्ले तक रहता है बाकी कुछ होता नहीं है. इसके बावजूद मार्केट पर असर पड़ना शुरू हो गया है. ढाबों में भी चिकन की खपत में 25 से 30 प्रश का फर्क पड़ा है. लोगों में बर्ड फ्लू की दहशत होने के चलते रेस्टोरेंट्स और ढाबों में कुछ दिनों बिक्री में असर देखा जायेगा. चिकन के साथ-साथ लोग मटन भी खाने से डरने लगते हैं.

बिरयानी के स्टॉल्स भी हुए कम

आग की तरह फैली बर्ड फ्लू की खबर का असर ऐसा हुआ कि शहर में सैकड़ों स्थानों पर लगने वाले बिरयानी स्टॉल्स भी कम हो गये हैं. कई ठेलों पर गुरुवार को सन्नाटा छाया रहा. वहीं कई स्थानों पर शाम को गुलजार होने वाले चिकन बिरयानी ठेलों पर इक्का-दुक्का ही ग्राहक नजर आये.