Central-Jail

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    नागपुर. आजादी के अमृत महोत्सव निमित्त प्रधानमंत्री कौशल्य विकास योजना, टेक्सटाइल सेक्टर, स्किल इंडिया भारत सरकार, महाराष्ट्र राज्य कौशल्य विकास सासाइटी व जिला कौशल्य विकास रोजगार व उद्योजकता मार्गदर्शन केन्द्र के संयुक्ततत्वावधान में संकल्प प्रकल्प के तहत नागपुर मध्यवर्ती कारागृह में कैदियों के लिए यंत्रमाग व हथकरघा विभाग की ओर से 40 कैदियों को आरपीएल का प्रशिक्षण दिया गया था. उन कैदियों में से 33 को जेल में ही आयोजित समारोह में प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया.

    जिप सीईओ योगेश कुंभेजकर की उपस्थिति में उक्त प्रमाण पत्र वितरित किये गए. उन्होंने प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का महत्व बताते हुए मार्गदर्शन किया. उप अधीक्षक दीपा आगे ने कहा कि तकनीकी जानकारी मिलने से कैदियों में सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण हुआ है और प्रशिक्षित कैदियों के कार्य में सुधार आने से कपड़ा उत्पादन में जेल प्रशासन को मदद मिल रही है. कैदियों के रिहा होने पर उक्त प्रमाण पत्र के आधार पर नेशनल बैंकों के माध्यम से उन्हें कर्ज भी उपलब्ध होने में मदद मिलेगी जिससे उनका पुनर्वसन होगा.

    वस्त्रोद्योग में बुनाई संबंधी कार्य और पावरलूम में ऑपरेटर के रूप में उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे. इस दौरान विभाग के सहायक आयुक्त प्रभाकर हरडे, लक्ष्मण सालवे, जेल अधिकारी वामन निमजे, आनंद पानसरे, देवराव आडे, अमोल वानखडे, संजीव हटवादे, जिला कौशल्य विकास समन्वयक मनीष कुंदले, शिक्षक योगेश कुंटे उपस्थित थे.