ई-बस : कैशलेस सिस्टम का नया प्रयोग, ‘चलो एप’ से कर सकेंगे कार्ड रिचार्ज

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    • 17 ई-बसों का हुआ लोकार्पण
    • 3 बसों में प्रायोगिक तौर पर प्रयोग

    नागपुर. मनपा की आपली बस के माध्यम से लोगों को मिल रहीं सेवाएं भले ही विवादित हों लेकिन अब आपली बस सेवा के बेड़े में नई अत्याधुनिक ई-बसों को शामिल किया गया है. स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अवसर पर 17 ई-बसों का लोकार्पण तो किया गया किंतु प्रायोगिक तौर पर केवल 3 बसों में कैशलेस सिस्टम का नया प्रयोग किया जा रहा है. इसमें टिकट के बदले बस में लगी मशीन पर कार्ड टैप करते ही यात्री अपने गंतव्य तक यात्रा पूरी कर सकेंगे. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इन ई-बसों का लोकार्पण किया. कैशलेस सिस्टम प्रणाली में यात्री को सर्वप्रथम मनपा के परिवहन विभाग की ओर से कार्ड लेना होगा. इसके बाद वह ‘चलो एप’ के माध्यम से इसे रिचार्ज कर सकेंगे. इन ई-बसों में कार्ड के माध्यम से अपने गंतव्य तक पहुंचा जा सकेगा. 

    भविष्य में बिना कंडक्टर परिवहन

    विदेशों की तरह सिटी में आपली ई-बसों का परिवहन कराने का प्रयास किया जा रहा है. वर्तमान में इन बसों में कैशलेस सिस्टम देने के बावजूद कंडक्टर तो रहेंगे लेकिन भविष्य में बिना कंडक्टर इन ई-बसों का परिवहन होगा. लोगों को इस सिस्टम से अवगत कराने के लिए कुछ समय तक इन ई-बसों में कंडक्टर नियुक्त रहेंगे. इस तरह की बस यात्रा में बिना कार्ड टैप किए बसों में प्रवेश होने की संभावना है. अत: शुरुआत में कंडक्टर संग इसका संचालन किया जा रहा है. संचालन में आने वाली परेशानियों को धीरे-धीरे हल कर पूरी तरह से कैशलेस और कंडक्टर लेस परिवहन की ओर बढ़ा जाएगा. 

    अन्य राज्यों के लिए पथदर्शी प्रकल्प

    सिटी में पर्यावरण संवर्धन को लेकर कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. महत्वपूर्ण निर्णयों में ई-बसों का संचालन भी शामिल है. इस तरह से अत्याधुनिक ई-बस और डिजिटल बस का संचालन अन्य राज्यों के लिए पथदर्शी प्रकल्प साबित होगा. इस तरह की बसों के कारण मनपा को काफी बचत भी होगी. कर्मचारियों के लिए भी इस तरह की कैशलेस पद्धति काफी लाभदायक होगी. इसी तरह से वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण पर भी ध्यान देना होगा.

    -नितिन गडकरी, केंद्रीय परिवहन मंत्री.

    उपलब्ध होंगी 230 पर्यावरण पूरक बसें

    अगले 3 वर्षों में सभी बसों को पर्यावरणपूरक करने का संकल्प लिया गया है. जल्द ही बसों की इन परिवहन व्यवस्था में 130 पर्यावरण पूरक बसें शामिल की जाएंगी. इस तरह की डिजिटल बसों का संचालन करने के लिए लोगों का भी सहयोग जरूरी है. 

    -राधाकृष्णन. बी. आयुक्त, मनपा.