नागपुर. चर्चित अपराधी सुमित ठाकुर और उसकी गैंग ने 15 अक्टूबर की रात जरीपटका की ठवरे कॉलोनी में 3 लोगों का पिस्तौल की नोक पर अपहरण किया था. उन्हें गोदाम में बंधक बनाकर मारपीट की थी. पुलिस ने सुमित सहित उसके 5 साथियों के खिलाफ अपहरण और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था. इस मामले में बचने के लिए सुमित ने अपने 2 पंटरों को फरियादी के घर पर भेजा. पिस्तौल की नोक पर जान से मारने की धमकी देकर उसे कोर्ट में शिकायत वापस लेने का एफिडेविट करने को कहा. इसकी जानकारी मिलते ही सीपी अमितेश कुमार ने जरीपटका पुलिस को तुरंत मामला दर्ज करने के निर्देश दिए.
पुलिस ने सुमित और उसके 2 साथियों के खिलाफ नया मामला दर्ज किया. 16 अक्टूबर को जरीपटका पुलिस ने रिपब्लिकननगर, न्यू इंदोरा निवासी कमल अनिल नाइक (33) की शिकायत पर सुमित ठाकुर और उसकी गैंग पर मामला दर्ज किया था. कमल ठवरे कॉलोनी में रहने वाले मित्र सम्राट गोंडाने की बच्ची के जन्मदिन समारोह में हिस्सा लेने गया था. इसी दौरान रैश ड्राइविंग को लेकर सुमित के साथ विवाद हो गया था. कमल ने उसे बाहर निकालने के लिए बाल पकड़े तो सुमित की विग हाथ में आ गई. इस बात से सुमित बौखला गया. अपने साथियों के साथ मिलकर कमल और उसके दोस्त मुजफ्फर शेख और अतुल आत्राम का लाल रंग की कार में अपहरण किया. हजारी पहाड़ परिसर में स्थित टीन के शेड में बंधक बनाकर जान से मारने की कोशिश की. कमल ने पुलिस से शिकायत की. मामला दर्ज होने के बाद से सुमित और उसके साथी फरार थे.
22 अक्टूबर को एक युवक ने कमल को फोन किया. 2 लोग उसके घर पर गए और सुमित द्वारा भेजे जाने की जानकारी दी. उससे दुश्मनी मोल न लेने की नसीहत दी. पेट में पिस्तौल लगाकर जान से मारने की धमकी दी और रिपोर्ट वापस लेने को कहा. उनके बुलाने पर दोनों पीड़ितों के साथ कोर्ट में आने को कहा. इसके बाद 23 अक्टूबर को आरोपियों ने तीनों को फोन कर कोर्ट में बुलाया. वकील के जरिए स्टाम्प पेपर पर जबरन हस्ताक्षर लिए और वापस भेज दिया. कोर्ट में शिकायत वापस लेने का एफिडेविट लगाया गया. इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस ने कमल की शिकायत पर तीन आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित विविध धाराओं के तहत नया मामला दर्ज किया.
हजारी पहाड़ की जमीन पर कब्जा
बताया जाता है कि सुमित जिस टीन के शेड में बने गोदाम में तीनों पीड़ितों को ले गया था वह जमीन भी जबरन कब्जाई हुई है. सुमित और उसकी गैंग के सारे काले कारनामे इसी गोदाम से चलते हैं. गिट्टीखदान थानांतर्गत रहने वाला सुधांशू और सीताबर्डी का अजहर उसके सबसे करीबी लोगों में हैं. पीड़ितों को धमकाने में अनूप नामक युवक की भूमिका भी बताई जा रही है. वारदात के दूसरे दिन कुछ लोगों ने शेड खोलकर वहां से हथियार गायब करने का प्रयास भी किया था.